क्या एप्पल ने सितंबर तिमाही में भारत में रेवेन्यू ग्रोथ का नया रिकॉर्ड बनाया?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- एप्पल ने 102.5 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड रेवेन्यू हासिल किया।
- आईफोन 16 फैमिली ने रेवेन्यू में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- भारत में एप्पल का शिपमेंट 49 लाख स्मार्टफोन था।
- भारत का हिस्सा वैश्विक शिपमेंट में 9 प्रतिशत रहा।
- यह विकास भारतीय तकनीकी उद्योग के लिए सकारात्मक संकेत है।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तकनीकी कंपनी एप्पल ने सितंबर तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। इस तिमाही में कंपनी ने 102.5 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू अर्जित किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने अर्निंग कॉल के दौरान कहा, "इस तिमाही में 102.5 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड रेवेन्यू में आईफोन के लिए सर्वोच्च रेवेन्यू और सेवाओं के लिए सर्वाधिक रेवेन्यू शामिल है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने इस तिमाही में अब तक का सबसे बेहतरीन आईफोन लाइनअप पेश किया, जिसमें आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो, आईफोन 17 प्रो मैक्स और आईफोन एयर जैसे मॉडल शामिल हैं। इसके अलावा, एयरपोड्स प्रो 3 और नई एप्पल वॉच भी लॉन्च की गई हैं। हमारे एम5 चिप वाले मैकबुक प्रो और आईपैड प्रो से हम अपने सबसे शानदार उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं।"
एप्पल के CFO केवन पारेख ने बताया, "आईफोन का रेवेन्यू 49 बिलियन डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है और इसका श्रेय आईफोन 16 फैमिली को जाता है। आईफोन ने हमारे ट्रैक किए गए अधिकांश मार्केट में वृद्धि दर्ज की है, जिसमें लैटिन अमेरिका, मिडिल ईस्ट और दक्षिण एशिया शामिल हैं, जहाँ सितंबर तिमाही में रिकॉर्ड बने हैं। भारत में भी अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना है।"
इससे पहले, एप्पल ने आईफोन 17 सीरीज की सफलता और त्योहारी सीजन की मांग के कारण भारत में अपनी अब तक की सबसे अधिक तिमाही शिपमेंट दर्ज की। कंपनी ने 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में कुल 49 लाख स्मार्टफोन भेजे।
हाल ही में, रिसर्च फर्म ओमडिया ने इस आंकड़े को सालाना आधार पर 47 प्रतिशत की वृद्धि के साथ भारत में एप्पल के अब तक के सबसे मजबूत प्रदर्शन के रूप में प्रस्तुत किया।
इस तिमाही में, एप्पल के कुल वैश्विक आईफोन शिपमेंट में भारत का हिस्सा 9 प्रतिशत रहा, जो देश के लिए अब तक का सबसे बड़ा हिस्सा है। यह कंपनी की वैश्विक रणनीति में भारत की बढ़ती अहमियत को दर्शाता है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                            