क्या बी30 शहरों का म्यूचुअल फंड एसेट्स में योगदान अगस्त में बढ़ा?

सारांश
Key Takeaways
- बी30 शहरों का म्यूचुअल फंड एसेट्स में योगदान 14.14 लाख करोड़ रुपए है।
- जुलाई के मुकाबले 0.4 प्रतिशत की कमी आई है।
- 76.49 प्रतिशत एसेट्स इक्विटी योजनाओं में हैं।
- प्रत्येक बी30 शहरों की एसेट्स का 27.44 प्रतिशत व्यक्तिगत निवेशकों के पास है।
- संस्थानिक संपत्तियां टी30 शहरों पर केंद्रित हैं।
नई दिल्ली, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के बी30 शहरों का कुल म्यूचुअल फंड एसेट्स में योगदान अगस्त में सालाना आधार पर १६ प्रतिशत बढ़कर १४.१४ लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह जानकारी बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में साझा की गई।
हालांकि, जुलाई के मुकाबले इसमें ०.४ प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई है।
बी30 उन शहरों को संदर्भित करता है, जो शीर्ष 30 शहरों के बाद आते हैं।
इसके अलावा, टी30 (टॉप 30) शहरों के म्यूचुअल फंड एसेट्स में भी अगस्त में सालाना आधार पर १६ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आईसीआरए एनालिटिक्स ने बताया कि बी30 स्थानों का झुकाव इक्विटी एसेट्स की ओर है, जहां लगभग ७६.४९ प्रतिशत एसेट्स इक्विटी योजनाओं में और ९.१९ प्रतिशत बैलेंस योजनाओं में हैं।
बी30 शहरों की ११.८१ प्रतिशत एसेट्स डेट योजनाओं में हैं, जबकि टी30 शहरों में यह आंकड़ा ३१.४१ प्रतिशत है।
अगस्त २०२५ में, व्यक्तिगत निवेशकों के पास बी30 शहरों की २७.४४ प्रतिशत एसेट्स थीं, जबकि संस्थागत संपत्तियों में बी30 शहरों की हिस्सेदारी ४.७९ प्रतिशत थी।
रिपोर्ट के अनुसार, संस्थागत संपत्तियां टी30 शहरों पर केंद्रित हैं, जहां इन शहरों की हिस्सेदारी ९५.२१ प्रतिशत है।
पिछले वर्ष इसी महीने (अगस्त २०२४) में, बी30 शहरों के व्यक्तिगत निवेशकों के पास २६.८७ प्रतिशत एसेट्स थीं और संस्थागत संपत्तियों में हिस्सेदारी ५.१३ प्रतिशत थी।
इस साल अगस्त तक, लगभग २७.१४ प्रतिशत खुदरा निवेशकों ने प्रत्यक्ष निवेश का विकल्प चुना, जबकि ६५.५० प्रतिशत खुदरा निवेशक गैर-सहयोगी वितरकों के माध्यम से आए।
हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनआई) की २८.७५ प्रतिशत एसेट्स प्रत्यक्ष रूप से निवेशित थीं। इसके अतिरिक्त, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की ४७.९२ प्रतिशत संपत्तियां प्रत्यक्ष रूप से निवेशित थीं और ४५.७५ प्रतिशत गैर-सहयोगी वितरकों से आईं।