क्या शेयर बाजार में तेजी का असर है? शीर्ष 10 में से सात कंपनियों का पूंजीकरण 1.18 लाख करोड़ रुपए बढ़ा

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय स्टेट बैंक और भारती एयरटेल को सबसे अधिक लाभ हुआ।
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का भी पूंजीकरण बढ़ा है।
- बाजार में कई कंपनियों का मूल्यांकन बढ़ा है।
- जीएसटी का नया ढांचा लागू हो रहा है।
- आने वाला सप्ताह महत्वपूर्ण रहेगा।
मुंबई, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पिछले सप्ताह देश की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से सात का संयुक्त बाजार मूल्यांकन 1,18,328.29 करोड़ रुपए बढ़ गया है, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक और भारती एयरटेल को सबसे अधिक लाभ हुआ।
इस दौरान, निफ्टी में 0.85 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और यह 25,327.05 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 0.88 प्रतिशत की मजबूती के साथ 82,626.23 पर रहा।
15-19 सितंबर के कारोबारी सत्र में, भारतीय स्टेट बैंक का बाजार मूल्यांकन 35,953.25 करोड़ रुपए बढ़कर 7,95,910 करोड़ रुपए हो गया, जबकि भारती एयरटेल का मूल्यांकन 33,214.77 करोड़ रुपए बढ़कर 11,18,952.64 करोड़ रुपए हो गया।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने भी 12,952.75 करोड़ रुपए का योगदान दिया, जिससे उसका बाजार पूंजीकरण 11,46,879.47 करोड़ रुपए हो गया।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बाजार पूंजीकरण भी 12,460.25 करोड़ रुपए की वृद्धि के साथ 5,65,612.92 करोड़ रुपए तक पहुँच गया, वहीं इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 6,127.73 करोड़ रुपए बढ़कर 6,39,901.03 करोड़ रुपए हो गया।
एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण मामूली रूप से 230.31 करोड़ रुपए बढ़कर 14,84,816.26 करोड़ रुपए हो गया।
विपरीत रूप से, आईसीआईसीआई बैंक का बाजार मूल्यांकन 10,707.87 करोड़ रुपए घटकर 10,01,654.46 करोड़ रुपए रह गया।
बजाज फाइनेंस का बाजार मूल्यांकन 6,346.93 करोड़ रुपए घटकर 6,17,892.72 करोड़ रुपए और हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार मूल्यांकन 5,039.87 करोड़ रुपए घटकर 6,01,225.16 करोड़ रुपए रह गया।
सप्ताह के अंत में, एचडीएफसी बैंक सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक रहा, इसके बाद टीसीएस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एलआईसी का स्थान रहा।
भारतीय शेयर बाजार के लिए आने वाला सप्ताह बहुत महत्वपूर्ण होगा। जीएसटी 2.0, एच-1बी वीजा, भारत-यूएस व्यापार समझौता और एफआईआई डेटा बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे।
वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) का नया ढांचा 22 सितंबर से लागू होगा। इसके तहत मौजूदा टैक्स स्लैब की संख्या चार - 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत से घटकर दो - 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत रह जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने कई चीजों पर टैक्स को काफी कम किया है, जिसका लाभ भी इसी दिन से आम लोगों को मिलने लगेगा।