क्या जीएसटी में कटौती के बाद छोटी कारों की बिक्री में दोहरे अंक में वृद्धि संभव है?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी कटौती का असर एंट्री-लेवल कारों की बिक्री पर सकारात्मक हो सकता है।
- मारुति सुज़ुकी ने नई मूल्य सूची जारी की है।
- यात्री वाहन सेगमेंट में सालाना दोहरे अंक की वृद्धि का अनुमान है।
- ग्रामीण बाजार में टू-व्हीलर्स की बिक्री में तेजी आ रही है।
- टियर-1 शहरों में एंट्री-लेवल कारों की मांग में वृद्धि हुई है।
नई दिल्ली, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी में कटौती लागू होने के बाद एंट्री-लेवल की कारों की बिक्री में दोहरे अंक में वृद्धि की संभावना है। यह जानकारी एचएसबीसी रिसर्च की रिपोर्ट में सामने आई है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, "आगामी त्योहारी सीजन के दौरान यात्री वाहन सेगमेंट में सालाना आधार पर दोहरे अंकों की बढ़ोतरी का अनुमान है, जबकि जीएसटी कटौती की घोषणा से पहले यह वृद्धि एकल अंकों में थी।"
नए जीएसटी सुधार सोमवार से लागू होने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत 1200 सीसी और 4 मीटर से कम की पेट्रोल गाड़ियों और 1500 सीसी और 4 मीटर से कम की डीजल गाड़ियों पर टैक्स घटकर 18 प्रतिशत हो गया है। इससे ऊपर के सेगमेंट और क्षमता वाली गाड़ियों पर अब 40 प्रतिशत का टैक्स लगेगा, जो कि पहले लगभग 50 प्रतिशत था।
यह रिपोर्ट भारत के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के 10 से अधिक डीलरों से बातचीत और एक प्रमुख डीलर को की गई कॉल पर आधारित है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बाजार की प्रमुख कंपनी मारुति सुज़ुकी ने जीएसटी कटौती की घोषणा के बाद अपनी नई मूल्य सूची जारी की है। परिणामस्वरूप, विभिन्न सेगमेंट में ऑनलाइन और वॉक-इन दोनों प्रकार की पूछताछ में 15-20 प्रतिशत की तेज वृद्धि हुई है, और यह आंकड़ा टियर-1 शहरों में एंट्री-लेवल कारों (के10, सेलेरियो, एस-प्रेसो और वैगन आर) के लिए और भी अधिक है।
अब तक की कुल बुकिंग में पहली बार कार खरीदने वालों की हिस्सेदारी 5-7 प्रतिशत बढ़ी है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट (स्विफ्ट, बलेनो, आदि) में भी अच्छी वृद्धि देखी जा रही है।
मारुति सुजुकी ने अपने एंट्री-लेवल पोर्टफोलियो पर 11-21 प्रतिशत, प्रीमियम हैचबैक पर 9-11 प्रतिशत और ब्रेजा पर 8 प्रतिशत तक की भारी कटौती की घोषणा की है, जो इन मॉडलों पर 3.5-8 प्रतिशत की जीएसटी कटौती से कहीं अधिक है। इससे एंट्री-लेवल सेगमेंट में सुधार होगा और ब्रेजा भी प्रतिस्पर्धी बनी रहेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी कटौती के बाद नेक्सॉन, वेन्यू, सोनेट और 3एक्सओ जैसे प्रतिस्पर्धी मॉडलों के साथ ब्रेजा का लागत का अंतर 5-6 प्रतिशत बढ़ गया था और अब कीमतों में कटौती के बाद यह सामान्य हो जाना चाहिए।
वैगनआर एंट्री-लेवल कारों के सेगमेंट में अग्रणी बनी हुई है, हालांकि समय के साथ येलो बोर्ड (कैब) का प्रतिशत बढ़ा है। वैगनआर टियर 2 शहरों में निजी उपयोग के लिए वाहन ग्राहकों के बीच मजबूत है। दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल टियर 1 शहरों में इसकी बिक्री में गिरावट शुरू हुई थी, लेकिन जीएसटी कटौती की घोषणा के बाद पूछताछ और बुकिंग में वृद्धि से पता चलता है कि अब रुझान उलट हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, एंट्री-लेवल टू-व्हीलर सेगमेंट में ग्रामीण बाजार में अच्छी तेजी देखी जा रही है और पूछताछ में दो अंकों की वृद्धि हुई है। पिछले 1-2 महीनों में क्रेडिट-आधारित स्वीकृतियों में भी वृद्धि हुई है, जो टू-व्हीलर्स की खुदरा बिक्री के लिए सकारात्मक है।