क्या ट्रंप के टैरिफ के बीच पर्यटन भारत की निर्यात आय का प्रमुख स्रोत बन सकता है?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप के टैरिफ के बावजूद पर्यटन भारत की निर्यात आय का प्रमुख स्रोत बन सकता है।
- वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करने की आवश्यकता है।
- भारतीय हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में सुधार की उम्मीद है।
- हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की आय में दोहरे अंक में वृद्धि हो रही है।
- प्रीमियम होटलों की औसत कमरे का किराया बढ़ने का अनुमान है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर टैरिफ लगाने के बाद, पूर्व जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा है कि देश के पर्यटन क्षेत्र में विशाल संभावनाएं हैं और यहीं से भारत की सबसे अधिक निर्यात आय उत्पन्न हो सकती है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कांत ने उल्लेख किया, "भारत की सबसे अधिक निर्यात आय पर्यटन से आ सकती है, जो कि पूरी तरह से ट्रंप के टैरिफ से मुक्त है।"
हमें वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करने की आवश्यकता है। ये लोग ट्रंप द्वारा वस्तुओं पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ से कहीं अधिक की भरपाई कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "पिछले एक दशक में भारतीय पर्यटन के लिए कोई ठोस ब्रांडिंग या मार्केटिंग अभियान नहीं चलाया गया है। अतुल्य भारत की विशाल संभावनाओं को उजागर करने के लिए हमें एक बड़े वैश्विक ब्रांडिंग और मार्केटिंग अभियान की आवश्यकता है। अन्यथा, हम भारतीय एयरलाइंस द्वारा खरीदे गए 1800 विमानों से केवल छुट्टियों के लिए विदेश जाने वाले भारतीयों को ही ले जा पाएंगे।"
पर्यटन से देश के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी बड़ा सुधार हो सकता है। आईसीआरए की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की आय वित्त वर्ष 26 में 6-8 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की आय में बढ़ोतरी तब हो रही है, जब सेक्टर की आय वृद्धि दर लगभग तीन वर्षों से दोहरे अंक में बनी हुई है।
आईसीआरए का अनुमान है कि वित्त वर्ष 26 में भारत में प्रीमियम होटलों की ऑक्यूपेंसी 72-74 प्रतिशत तक रहेगी, जो वित्त वर्ष 24 और 25 में देखे गए 70-72 प्रतिशत के स्तर से थोड़ा अधिक है।
वित्त वर्ष 26 में प्रीमियम होटलों के लिए औसत कमरे का किराया (एआरआर) 8,200-8,500 रुपए तक बढ़ने की उम्मीद है, जबकि वित्त वर्ष 2025 में यह 8,000-8,200 रुपए था। इसका कारण आपूर्ति में कमी और कई होटलों में रेनोवेशन और अपग्रेडेशन का काम है।