क्या सेबी ने मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए एक्सक्लूसिव एआईएफ योजनाओं का प्रस्ताव रखा?

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क्या सेबी ने मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए एक्सक्लूसिव एआईएफ योजनाओं का प्रस्ताव रखा?

सारांश

सेबी ने विशेष एआईएफ योजनाओं की घोषणा की है जो केवल मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए हैं। इस पहल का उद्देश्य निवेश को सरल बनाना और विशेष छूट प्रदान करना है। जानें इसके पीछे की सोच और निवेशकों के लिए क्या मतलब है।

Key Takeaways

  • सेबी ने मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए विशेष एआईएफ योजनाएं शुरू की हैं।
  • ये योजनाएं नियमित एआईएफ की तुलना में सरल नियामक ढांचे का लाभ उठाएंगी।
  • मान्यता प्राप्त निवेशक बनने के लिए विशेष आर्थिक मानदंड को पूरा करना होगा।

मुंबई, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक विशेष अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (एआईएफ) योजना का प्रस्ताव रखा है, जिसमें केवल "मान्यता प्राप्त निवेशकों" को ही प्रवेश मिलेगा।

सेबी की एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि यह विशेष एआईएफ योजना नियमित एआईएफ की तुलना में सरल नियामक ढांचे का लाभ उठाएगी।

मान्यता प्राप्त निवेशक वे व्यक्ति या व्यवसाय होते हैं जो सेबी द्वारा निर्धारित संपत्ति, नेट वर्थ और आय मानदंडों को पूरा करते हैं। इस दर्जे को प्राप्त करने के लिए एकल स्वामित्व, एचयूएफ और पारिवारिक ट्रस्टों की न्यूनतम वार्षिक आय 2 करोड़ रुपये या कम से कम 7.5 करोड़ रुपये की नेट वर्थ और 3.75 करोड़ रुपये की वित्तीय संपत्तियां होनी चाहिए।

सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसी, जैसे स्टॉक एक्सचेंज या डिपॉजिटरी सब्सिडियरी (सीडीएसएल वेंचर्स लिमिटेड), इन मानदंडों और निवेश अनुभव के आधार पर मान्यता प्रदान करती है।

सेबी के नवीनतम परामर्श पत्र में पारंपरिक न्यूनतम प्रतिबद्धता सीमा (जो वर्तमान में प्रति निवेशक 1 करोड़ रुपये है) को बदलकर एआईएफ में निवेशक की विशेषज्ञता के मापदंड के रूप में केवल मान्यता प्राप्त स्थिति को उपयोग करने का प्रस्ताव दिया गया है। हितधारक इन प्रस्तावों पर 29 अगस्त तक सुझाव भेज सकते हैं।

प्रस्ताव के अनुसार, परिवर्तन के दौरान, दोनों मानदंड एक साथ मौजूद रहेंगे, जिससे एआईएफ विशेष रूप से मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए विशेष योजनाएं शुरू कर सकेंगे।

सेबी ने बताया कि केवल "मान्यता प्राप्त निवेशक" योजनाओं के लिए कई छूटों पर विचार किया जा रहा है। नियामक ने कहा, "केवल एआई-योजनाओं को निवेशकों के बीच समान अधिकार बनाए रखने की आवश्यकता से छूट दी जा सकती है।"

अन्य लाभों में विस्तारित अवधि शामिल है, जहां योजना की अवधि को पाँच वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, बशर्ते कि फंड में मूल्य के आधार पर दो-तिहाई निवेशक इसकी स्वीकृति दें।

इसके अलावा, ऐसी योजनाओं को "सर्टिफिकेशन छूट" प्रदान की जाएगी, जहां प्रमुख निवेश टीम के सदस्यों को अनिवार्य एनआईएसएम प्रमाणन से छूट दी जा सकती है।

इसके अतिरिक्त, ऐसी योजनाओं के लिए कोई निवेशक सीमा नहीं होगी, जिससे वे प्रति योजना 1,000 निवेशकों की मौजूदा सीमा को पार कर सकेंगी।

Point of View

यह कदम भारतीय वित्तीय बाजार में मान्यता प्राप्त निवेशकों के लिए एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। सेबी द्वारा पेश की गई विशेष योजनाएं, निवेशकों की विशेषज्ञता और उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं। यह भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
NationPress
09/08/2025

Frequently Asked Questions

मान्यता प्राप्त निवेशक कौन हैं?
मान्यता प्राप्त निवेशक वे व्यक्ति या व्यवसाय होते हैं जो सेबी द्वारा निर्धारित संपत्ति, नेट वर्थ और आय मानदंडों को पूरा करते हैं।
एआईएफ योजनाओं में निवेश करने के लिए क्या आवश्यकताएं हैं?
एआईएफ में निवेश करने के लिए मान्यता प्राप्त स्थिति प्राप्त करना आवश्यक है, जिसमें वित्तीय संपत्तियों और न्यूनतम आय के मानदंड शामिल हैं।
सेबी की नई योजना के लाभ क्या हैं?
सेबी की नई योजना में कई छूटों का प्रस्ताव है, जैसे कि सर्टिफिकेशन छूट और विस्तारित अवधि।