क्या भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुलेगा, आईटी शेयरों पर दबाव?

सारांश
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने लाल निशान में शुरुआत की, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट आई। आईटी शेयरों में कमजोरी ने बाजार को प्रभावित किया। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में बढ़त देखने को मिली।
Key Takeaways
- भारतीय शेयर बाजार ने लाल निशान में शुरुआत की।
- आईटी शेयरों में कमजोरी से बाजार पर दबाव है।
- मिडकैप और स्मॉलकैप में मिलाजुला कारोबार हो रहा है।
- निवेशकों को वैल्यूएशन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- वैश्विक बाजारों का असर भारतीय बाजार पर पड़ रहा है।
नई दिल्ली, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में शुरुआत की। शुरुआती समय में अधिकांश सूचकांक दबाव में कारोबार कर रहे थे। सुबह 9:29 बजे, सेंसेक्स 311.90 अंक या 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,790.20 पर और निफ्टी 106.40 अंक या 0.42 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,062.65 पर था।
इस गिरावट का मुख्य कारण आईटी शेयरों में आ रही कमजोरी है। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 0.81 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निफ्टी ऑटो 0.49 प्रतिशत, निफ्टी फार्मा 0.25 प्रतिशत, निफ्टी एफएमसीजी 0.19 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी 0.27 प्रतिशत की कमी के साथ लाल निशान में रहे।
हालांकि, निफ्टी पीएसयू बैंक 0.51 प्रतिशत और निफ्टी मेटल 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
सेंसेक्स पैक में टॉप गेनर्स में ट्रेंट, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, एसबीआई, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी और बजाज फाइनेंस शामिल थे। वहीं, टॉप लूजर्स में टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, टाइटन, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा, एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक और पावर ग्रिड थे।
मिडकैप और स्मॉलकैप में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 177.05 अंक या 0.30 प्रतिशत की गिरावट रही, जो 58,319.55 पर थी, वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 14.30 अंक या 0.08 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,206.05 पर था।
विशेषज्ञों का मानना है कि निफ्टी सितंबर 2024 के उच्चतम स्तर से लगभग 4 प्रतिशत नीचे है, और अधिक मूल्यांकन बाजार के लिए चिंता का विषय बन गया है। यदि इस मूल्यांकन को उचित ठहराना है, तो आने वाले वर्षों में बाजार की आय में तेजी से बढ़त होनी चाहिए।
हालांकि, स्मॉलकैप सेगमेंट में वैल्यूएशन अभी भी ऊंचा बना हुआ है और इसमें और गिरावट की संभावना है। निवेशकों को बाजार में गिरावट के दौरान निवेश करते समय वैल्यूएशन और विकास की संभावनाओं पर ध्यान देना चाहिए।
वैश्विक बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखा जा रहा है। टोक्यो और सोल में लाल निशान हैं, जबकि शंघाई, हांगकांग और बैंकॉक हरे निशान में हैं। अमेरिकी बाजार मंगलवार के सत्र में लाल निशान में बंद हुए थे।