क्या भारतीय शेयर बाजार में मुनाफावसूली हुई? सेंसेक्स 277 अंक गिरकर बंद हुआ

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क्या भारतीय शेयर बाजार में मुनाफावसूली हुई? सेंसेक्स 277 अंक गिरकर बंद हुआ

सारांश

भारतीय शेयर बाजार में आज मुनाफावसूली का दौर देखने को मिला। सेंसेक्स 277 अंक गिरकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी में भी गिरावट आई। जानें बाजार की स्थिति और कारण।

Key Takeaways

  • सेंसेक्स 277 अंक गिरकर 84,673.02 पर बंद हुआ।
  • निफ्टी में भी गिरावट आई, जो 25,910.05 पर समाप्त हुआ।
  • लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप में बिकवाली देखी गई।
  • वैश्विक बाजारों में दबाव जारी है।
  • कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट बनी हुई है।

मुंबई, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को मुनाफावसूली का सामना करना पड़ा, और सेंसेक्स 277.93 अंक या 0.33 प्रतिशत की कमी के साथ 84,673.02 पर समाप्त हुआ।

दिन के दौरान, सेंसेक्स ने 84,558.36 का न्यूनतम स्तर और 85,042.41 का उच्चतम स्तर देखा।

निफ्टी 103.40 अंक या 0.40 प्रतिशत नीचे जाकर 25,910.05 पर बंद हुआ, और इसके दौरान इसका न्यूनतम स्तर 25,876.50 तथा उच्चतम स्तर 26,029.85 रहा।

सेंसेक्स में भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, पावर ग्रिड, टाइटन और मारुति सुजुकी लाभ में रहे। वहीं, टेक महिंद्रा, इटरनल (जोमैटो), इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, एलएंडटी, ट्रेंट, एचयूएल, एचसीएल टेक, एमएंडएम, टीसीएस, बीईएल और एचडीएफसी बैंक में गिरावट आई।

लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बिकवाली देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 358.50 अंक या 0.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,822 पर था, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 192.85 अंक या 1.05 प्रतिशत गिरकर 18,154.75 पर रहा।

सेक्टोरल आधार पर आईटी, ऑटो, फार्मा, फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा और कमोडिटीज के सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर बिकवाली के कारण भारतीय बाजारों पर दबाव बना है। यूएस-भारत में व्यापार सौदा भविष्य में बाजार को दिशा देने का कार्य करेगा। वहीं, अमेरिका में दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम होने के कारण वैश्विक बाजारों पर दबाव जारी रह सकता है।

भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सुबह 9:25सेंसेक्स 164 अंक या 0.19 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 84,784 और निफ्टी 47 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,965 पर था।

इसके अलावा, कच्चे तेल में भी कमजोरी बनी हुई है। ब्रेंट क्रूड 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 0.25 प्रतिशत की कमी के साथ 59 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि वैश्विक बाजारों के दबाव के चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई है। यह समय है सावधानी बरतने का, क्योंकि भविष्य में संभावित व्यापार सौदों से बाजार में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।
NationPress
18/11/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
वैश्विक स्तर पर बिकवाली के कारण भारतीय बाजारों पर दबाव पड़ा है।
क्या सेंसेक्स में सुधार की संभावना है?
भविष्य में संभावित व्यापार सौदों से बाजार में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।
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