क्या प्रॉफिट बुकिंग के चलते एमसीएक्स पर सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट आई?

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क्या प्रॉफिट बुकिंग के चलते एमसीएक्स पर सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट आई?

सारांश

हाल की रैली के बाद व्यापारियों ने प्रॉफिट बुकिंग की, जिससे एमसीएक्स पर सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट आई। क्या यह गिरावट स्थायी होगी, या बाजार में फिर से तेजी आएगी? जानिए इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • प्रॉफिट बुकिंग से सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट हुई।
  • अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से गिरावट सीमित हुई।
  • विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिरोध स्तर 1,32,250 रुपए है।

मुंबई, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल की वृद्धि के बाद व्यापारियों ने प्रॉफिट बुकिंग की रणनीति अपनाई, जिसके कारण मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोमवार को सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली।

यह गिरावट स्पॉट मार्केट में कमजोर मांग के चलते हुई। हालांकि, अमेरिकी डॉलर में कमी और इस सप्ताह अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं ने गिरावट को सीमित किया।

प्रारंभिक कारोबार में, एमसीएक्स पर सोने की फरवरी वायदा कीमतें 0.04 प्रतिशत की गिरावट के बाद 1,30,409 रुपए प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड हो रही थीं।

विशेषज्ञों ने बताया, "एमसीएक्स में गोल्ड एक उभरते चैनल पैटर्न में है और वर्तमान में 1,30,300– 1,30,400 रुपए प्रति 10 ग्राम के क्षेत्र में कारोबार कर रहा है, जिसे 1,32,250 रुपए के स्तर पर प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है।"

एमसीएक्स पर सिल्वर की मार्च वायदा कीमतें 1 प्रतिशत की गिरावट के बाद 1,81,600 रुपए प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही।

पिछले सत्र में एक मजबूत तेजी के बाद यह गिरावट देखने को मिली, जब सोना वायदा 0.30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,30,462 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ और चांदी वायदा लगभग 3 प्रतिशत बढ़कर 1,83,408 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ, जो दिन के दौरान 1,85,234 रुपए के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंचा।

कीमती धातुओं की कीमतें अत्यधिक अस्थिर बनी हुई हैं, क्योंकि अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के परिणाम इस हफ्ते 10 दिसंबर को सामने आएंगे और निवेशकों को नतीजों का बेसब्री से इंतजार है।

अमेरिकी केंद्रीय बैंक अपने नीतिगत निर्णय की घोषणा ऐसे समय में करने जा रहा है जब आर्थिक संकेतक मिश्रित संकेत दे रहे हैं।

पर्सनल कंजप्शन एक्सपेंडीचर (पीसीई) प्राइस इंडेक्स इस वर्ष अगस्त और सितंबर में 0.3 प्रतिशत बढ़ा, जो कि फेड का मुद्रास्फीति माप है। सालाना आधार पर यह अगस्त के 2.7 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर में 2.8 प्रतिशत हो गया, जो कि मुद्रास्फीति के थोड़े बढ़ने का संकेत देता है।

इसी समय, ब्याज दरों में बढ़ती उम्मीदों के कारण अमेरिकी डॉलर पर भी दबाव बना हुआ है। डॉलर इंडेक्स छह हफ्तों के निचले स्तर 98.76 के आसपास बना हुआ है।

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट का प्रभाव केवल व्यापारियों पर नहीं, बल्कि आम जनता पर भी पड़ता है। यह स्थिति हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमें अपनी निवेश रणनीतियों को फिर से देखना चाहिए।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट का कारण क्या है?
प्रॉफिट बुकिंग और स्पॉट मार्केट में कमजोर मांग के कारण यह गिरावट आई है।
क्या यह गिरावट स्थायी होगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की स्थिति और अमेरिकी फेड की नीतियों पर निर्भर करेगा।
अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने का क्या प्रभाव है?
अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से कीमती धातुओं की मांग बढ़ सकती है, जिससे कीमतों में स्थिरता आ सकती है।
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