क्या एनएचएआई ने 5 लाख से ज्यादा फास्टैग एनुअल टोल पास जारी किए हैं?

Click to start listening
क्या एनएचएआई ने 5 लाख से ज्यादा फास्टैग एनुअल टोल पास जारी किए हैं?

सारांश

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने चार दिनों में 5 लाख से अधिक फास्टैग वार्षिक टोल पास जारी करते हुए 150 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाया है। जानिए इस अद्वितीय पहल के बारे में अधिक जानकारी।

Key Takeaways

  • फास्टैग एनुअल टोल पास की खरीद से यात्रियों को टोल भुगतान में आसानी होती है।
  • यह पास 150 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाने में सहायक है।
  • पास की कीमत 3,000 रुपए है और यह एक वर्ष या 200 टोल ट्रिप तक वैध है।
  • बिना पास के सालाना 10,000 रुपए का खर्च आता है, जबकि पास के साथ केवल 3,000 रुपए खर्च होते हैं।
  • यह पहल यातायात को सरल बनाने में मदद करती है।

नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने मात्र चार दिनों में 5 लाख से ज्यादा फास्टैग-आधारित वार्षिक टोल परमिट जारी किए हैं, जिससे 150 करोड़ रुपए का राजस्व उत्पन्न हुआ है।

इन चार दिनों में सबसे ज्यादा एनुअल पास तमिलनाडु में खरीदे गए, इसके बाद कर्नाटक और हरियाणा का स्थान रहा।

एनएचएआई के एक बयान में कहा गया कि तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में टोल प्लाजा पर फास्टैग एनुअल पास के माध्यम से सबसे ज्यादा लेन-देन हुआ।

निजी वाहन अब राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा से मुफ्त आवाजाही के लिए एनुअल टोल पास का उपयोग कर सकते हैं, जिनकी प्रत्येक पास की कीमत 3,000 रुपए है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा संचालित टोल प्लाजा पर कार, जीप और वैन इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

पास को एक वर्ष या 200 टोल ट्रिप तक वैध किया जाता है, जो भी पहले हो।

एक बार सीमा पूरी होने पर फास्टैग स्वचालित रूप से स्टैंडर्ड पे-पर-ट्रिप मोड में बदल जाता है।

पॉइंट-आधारित टोल प्लाजा के लिए, प्रत्येक एक-तरफा क्रॉसिंग को एक ट्रिप माना जाता है और वापसी को दो ट्रिप। क्लोज्ड और टिकट सिस्टम में प्रवेश से निकास तक की पूरी यात्रा एक ट्रिप मानी जाती है।

कुछ फास्टैग विशेष रूप से नए वाहनों के लिए जारी किए गए हैं और केवल वाहन के चेसिस नंबर के साथ पंजीकृत हो सकते हैं। ऐसे फास्टैग पर एनुअल पास एक्टिव नहीं किया जा सकता और उन्हें पूरा वाहन पंजीकरण नंबर शामिल करने के लिए अपडेट किया जाना चाहिए।

पास को राजमार्ग यात्रा मोबाइल ऐप, एनएचएआई या सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइटों या अधिकृत फास्टैग जारीकर्ता पोर्टलों के माध्यम से खरीदा जा सकता है।

पास के लिए भुगतान 3,000 रुपए यूपीआई, डेबिट या क्रेडिट कार्ड, या नेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है।

फास्टैग वॉलेट बैलेंस का उपयोग इस उद्देश्य के लिए नहीं किया जा सकता। एक्टिवेशन आमतौर पर दो घंटे के भीतर पूरा हो जाता है और एसएमएस द्वारा पुष्टि की जाती है।

एक यात्री वाहन के लिए एवरेज टोल लगभग 50 रुपए है। बिना पास के साल में 200 चक्कर लगाने पर लगभग 10,000 रुपए का खर्च आएगा। एनुअल पास के साथ यह शुल्क 3,000 रुपए है, जिससे राजमार्ग पर यात्रा करने वालों को लगभग 7,000 रुपए की बचत होगी।

Point of View

बल्कि यह यात्रियों के लिए यात्रा को भी सुविधाजनक बना रहे हैं। यह पहल भारत के राजमार्गों पर यातायात को सरल बनाने के साथ-साथ आर्थिक रूप से लाभकारी भी है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

फास्टैग एनुअल टोल पास क्या है?
यह एक टोल पास है जो आपको राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा से मुफ्त आवाजाही की अनुमति देता है।
फास्टैग एनुअल टोल पास खरीदने की प्रक्रिया क्या है?
आप इसे एनएचएआई की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से खरीद सकते हैं।
क्या फास्टैग एनुअल टोल पास का उपयोग सभी प्रकार के वाहनों के लिए किया जा सकता है?
हाँ, यह कार, जीप और वैन जैसे निजी वाहनों के लिए उपलब्ध है।
फास्टैग एनुअल टोल पास की कीमत क्या है?
प्रत्येक पास की कीमत 3,000 रुपए है।
फास्टैग एनुअल टोल पास कितने समय के लिए वैध है?
यह एक वर्ष या 200 टोल ट्रिप तक वैध होता है।