क्या सरकार ने ई-कचरे और कबाड़ की बिक्री से 3,296.71 करोड़ रुपए कमाए?

सारांश
Key Takeaways
- ई-कचरे और कबाड़ से 3,296.71 करोड़ कमाई।
- 696.27 लाख वर्ग फुट कार्यालय स्थान की सफाई।
- विशेष स्वच्छता अभियान से शासन में सुधार।
- प्रशासनिक सुधारों की महत्वपूर्ण भूमिका।
- स्वच्छता को जन आंदोलन बनाना।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि सरकार ने ई-कचरे और कबाड़ की बिक्री से 3,296.71 करोड़ रुपए की आय अर्जित की है। इस दौरान पिछले चार वर्षों में 696.27 लाख वर्ग फुट से अधिक कार्यालय स्थान को साफ किया गया है और उसे पुनः उपयोग में लाया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी के नेहरू पार्क में आयोजित "विशेष स्वच्छता अभियान 5.0" के शुभारंभ के अवसर पर बोलते हुए, डॉ. सिंह ने कहा कि इस अभियान ने शासन और सार्वजनिक सेवाओं में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में मदद की है।
उन्होंने आगे बताया कि अभियान के पिछले चरणों में 137.86 लाख से अधिक पुरानी फाइलों को हटाया गया है और 12.04 लाख से अधिक जगहों को साफ किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने इन सफलताओं में प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) तथा अन्य विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
इस कार्यक्रम में श्रमदान गतिविधियों, "एक पेड़ मां के नाम" पहल के तहत वृक्षारोपण अभियान और पुरानी फाइलों की सफाई में भी भाग लिया गया।
डॉ. सिंह ने विशेष स्वच्छता अभियान को "स्वतंत्र भारत में शासन की एक अनूठी सफलता की कहानी" बताया और कहा कि 2 अक्टूबर से शुरू होने वाला कार्यान्वयन चरण स्वच्छता अभियानों को संस्थागत बनाने, प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और सरकारी कार्यालयों में दक्षता को बढ़ाने पर केंद्रित होगा।
उन्होंने स्वच्छता को एक जन आंदोलन बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि लाल किले से किए गए प्रधानमंत्री के आह्वान ने स्वच्छता को व्यवहारिक परिवर्तन में बदल दिया है, जिसे देश भर के घरों और समुदायों ने अपनाया है।
डॉ. सिंह ने अभियान को जमीनी स्तर पर प्रभावी बनाए रखने में सफाई कर्मियों की केंद्रीय भूमिका को स्वीकार करते हुए, सुरक्षा किट और मिठाइयां वितरित करके "सफाई मित्रों" को सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों और विभागों ने कार्यान्वयन चरण के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य पहले ही अपलोड कर दिए हैं, जिनमें समीक्षा के लिए लगभग 6.9 लाख जन शिकायतें, 26.9 लाख से अधिक फिजिकल फाइलें और समीक्षा के लिए पहचानी गई 5.2 लाख से अधिक ई-फाइलें शामिल हैं।
भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार 10 अक्टूबर"सुशासन और अभिलेख" नामक एक प्रदर्शनी भी लगाएगा, जिसमें पूर्व विशेष अभियानों के दौरान प्राप्त ऐतिहासिक रूप से मूल्यवान अभिलेखों को प्रदर्शित किया जाएगा।
विशेष अभियान 5.0 के अगले चरण में प्रवेश करते हुए, डॉ. सिंह ने कहा कि यह स्वच्छता, पारदर्शिता, दक्षता और जनभागीदारी के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, साथ ही महात्मा गांधी की नागरिक जिम्मेदारी और सामूहिक कार्रवाई की विरासत को आगे बढ़ाता है।
-राष्ट्र प्रेस
एबीएस/