क्या विश्व बचत दिवस पर निवेश केंद्रित सेविंग्स पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं लोग?

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क्या विश्व बचत दिवस पर निवेश केंद्रित सेविंग्स पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं लोग?

सारांश

विश्व बचत दिवस पर यह जानना महत्वपूर्ण है कि बचत के तरीके कैसे बदल रहे हैं। आजकल लोग निवेश केंद्रित सेविंग्स पर ध्यान दे रहे हैं, जो उन्हें बेहतर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं। पढ़ें कि कैसे एसआईपी और ईटीएफ जैसी नई वित्तीय प्रणालियाँ लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं।

Key Takeaways

  • बचत के तरीके समय के साथ बदल रहे हैं।
  • निवेश केंद्रित सेविंग्स अधिक लोकप्रिय हो रही हैं।
  • एसआईपी और ईटीएफ नए विकल्प हैं।
  • फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग्स अकाउंट्स अभी भी प्रचलित हैं।
  • यह दिन हमें बचत की आदत को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।

नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पूरे विश्व में 31 अक्टूबर को विश्व बचत दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को बचत की आदत के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि वे आने वाले समय के लिए, आपातकालीन खर्चों या अपने बुढ़ापे के लिए धन जमा कर सकें।

31 अक्टूबर, 1984 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद से भारत में इसे 30 अक्टूबर को मनाने की परंपरा है।

समय के साथ बचत के तरीकों में काफी बदलाव आया है। अब बचत केवल धन एकत्रित करने तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह निवेश केंद्रित हो गई है। हाल के दिनों में कई फाइनेंशियल सॉल्यूशंस तेजी से आम लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं।

एसआईपी : सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) ने कोरोना महामारी के दौरान तेजी से लोगों के बीच प्रसिद्धि प्राप्त की है। इसमें कोई भी व्यक्ति आसानी से मासिक आधार पर एक निश्चित राशि को लंबे समय के लिए किसी म्यूचुअल फंड या अन्य निवेश साधनों में जमा करता है। एसआईपी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यदि आप इसे लंबे समय तक जारी रखते हैं, तो आपको कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है, जिससे आप लंबे समय में एक बड़ा फंड जमा कर सकते हैं।

सितंबर में म्यूचुअल फंड में एसआईपी इनफ्लो 4 प्रतिशत बढ़कर 29,361 करोड़ रुपए हो गया, जो अगस्त में 28,265 करोड़ रुपए था।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एएमएफआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 75.6 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जबकि अगस्त में यह 75.2 लाख करोड़ रुपए था।

ईटीएफ : एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में भी निवेश के ट्रेंड ने हाल के कुछ वर्षों में तेजी पकड़ी है। ईटीएफ, मुख्यतः विभिन्न सिक्योरिटीज का संग्रह होता है, जिसमें निफ्टी50 जैसे इंडेक्स, सरकारी या कॉरपोरेट बॉंड और कमोडिटी जैसे सोना और चांदी आदि शामिल होते हैं।

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, भारत के गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में अगस्त 2025 में 233 मिलियन डॉलर का शुद्ध निवेश आया, जो जुलाई में दर्ज 139 मिलियन डॉलर से 67 प्रतिशत अधिक है।

इसके अतिरिक्त, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी), रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) और सेविंग्स अकाउंट्स जैसे पारंपरिक बचत माध्यम आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय बने हुए हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि आज के उपभोक्ता बचत के पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर नवीनतम निवेश विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। हमें इस बदलाव को समझना चाहिए और अपने वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
NationPress
30/10/2025

Frequently Asked Questions

विश्व बचत दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व बचत दिवस हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है।
एसआईपी क्या है?
एसआईपी का अर्थ सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान है, जिसमें आप नियमित रूप से एक निश्चित राशि को निवेश करते हैं।
बचत के किन तरीकों को लोग पसंद कर रहे हैं?
लोग आजकल एसआईपी, ईटीएफ, फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग्स अकाउंट्स जैसे निवेश के तरीकों को पसंद कर रहे हैं।