क्या आनंद एल राय ने महिला किरदारों को दी नई उड़ान और बॉक्स ऑफिस पर रचा इतिहास?

सारांश
Key Takeaways
- महिला किरदारों को मुख्य धारा में लाया गया।
- आनंद एल राय ने बॉक्स ऑफिस पर नया इतिहास रचा।
- फिल्में महिला केंद्रित कहानियों का प्रचार करती हैं।
- कंगना रनौत का डबल रोल एक प्रमुख आकर्षण रहा।
- आनंद का निर्देशन सिनेमा में बदलाव लाता है।
मुंबई, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। आनंद एल राय भारतीय सिनेमा में उन कुछ चुनिंदा निर्देशकों में शामिल हैं जिन्होंने बॉलीवुड की परिभाषा को नया रूप दिया और महिला केंद्रित फिल्मों में क्रांति का आगाज़ किया। उनकी अनोखी प्रेम कहानियाँ और मजबूत महिला किरदार ही उन्हें विशेष बनाते हैं। उन्होंने महिला किरदारों को एक नई उड़ान दी और बॉक्स ऑफिस पर अपनी फिल्मों के जरिए इतिहास रचा। 2015 में उनके द्वारा निर्देशित सुपरहिट फिल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यह फिल्म उस समय की सबसे अधिक कमाई करने वाली महिला प्रधान हिंदी फिल्म बनी, जिसने विश्व भर में लगभग 258 करोड़ रुपये की कमाई की।
आनंद एल राय के निर्देशन में बनी इस फिल्म में कंगना रनौत ने डबल रोल निभाया। फिल्म की संपूर्ण कहानी कंगना के दोनों महिला किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती है, जबकि पुरुष किरदार केवल सहायक भूमिका में हैं। इस फिल्म के माध्यम से आनंद ने बॉलीवुड सिनेमा में एक नया ट्रेंड पेश किया। आमतौर पर, महिला प्रधान फिल्मों को सीमित दर्शक वर्ग की फिल्मों के रूप में देखा जाता था, लेकिन उन्होंने इस धारणा को बदल दिया। इस फिल्म के बाद, महिला-केंद्रित फिल्मों के लिए नए दरवाजे खुल गए।
उनकी अन्य फिल्मों पर नजर डालें, तो उनकी महिला किरदार आत्मनिर्भर होती हैं, फैसले लेने में सक्षम होती हैं, और कथा का मुख्य आधार बनती हैं। चाहे वह 'रांझणा' की करियर ओरिएंटेड 'जोया' हो या 'अतरंगी रे' की मानसिक संघर्षों से जूझ रही 'रिंकू', उनकी फिल्मों में महिलाएं हमेशा एक नई पहचान लेकर आती हैं।
28 जून 1971 को दिल्ली में जन्मे आनंद एल. राय ने टेलीविजन में सहायक निर्देशक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और 2007 में फिल्म 'स्ट्रेंजर्स ऑन ए ट्रेन' से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। इसमें जिम्मी शेरगिल लीड एक्टर थे।
साल 2011 में 'तनु वेड्स मनु' की सफलता ने उन्हें बॉलीवुड में एक नई पहचान दिलाई। इसके बाद साल 2013 में 'रांझणा' और 2015 में 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' जैसी फिल्मों ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि उन्हें फिल्मफेयर जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए नामांकित भी किया। उन्होंने शाहरुख खान, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा की फिल्म 'जीरो' का भी निर्देशन किया, लेकिन यह फिल्म पर्दे पर ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई।
इसके बाद वह सिनेमाघरों में अक्षय कुमार, सारा अली खान और धनुष के साथ 'अतरंगी रे' और अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर के साथ 'रक्षा बंधन' लेकर आए। इन फिल्मों को दर्शकों ने काफी पसंद किया।
बतौर प्रड्यूसर, आनंद एल राय ने बॉलीवुड को कई खूबसूरत कहानियाँ दीं। इनमें 'मनमर्जियां', 'निल बटे सन्नाटा', 'मुक्काबाज', 'तुंबाड', 'मेरी निम्मो', 'लाल कप्तान', 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान', 'हैप्पी भाग जाएगी', और 'हैप्पी फिर भाग जाएगी' जैसी कई फिल्में शामिल हैं।