क्या पिता के प्यार की कोई सीमा नहीं होती? अजय देवगन की फिल्म 'शिवाय' के 9 साल पूरे
सारांश
Key Takeaways
- पिता का प्यार हमेशा अडिग होता है।
- एक्शन और भावना का अनूठा मिश्रण।
- परिवार के रिश्ते की गहराई को समझने का अवसर।
- बुल्गारिया की खूबसूरत लोकेशन्स में शूटिंग।
- अजय देवगन का निर्देशन और लेखन कौशल।
मुंबई, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता अजय देवगन की सुपरहिट एक्शन थ्रिलर फिल्म शिवाय ने मंगलवार को रिलीज के 9 साल पूरे कर लिए हैं। इस खुशी के मौके पर पेन मूवीज ने सोशल मीडिया के जरिए फिल्म की पुरानी यादों को ताजा किया।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर फिल्म के सीन का वीडियो पोस्ट किया, जिसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, "पहाड़ों से परे, खतरे से परे, डर से परे। एक पिता के प्यार की कोई सीमा नहीं होती है।"
अजय देवगन की हाई-वोल्टेज एक्शन ड्रामा फिल्म शिवाय को अभिनेता ने खुद लिखा, निर्देशित और प्रोड्यूस भी किया था। यह उनके निर्देशन में दूसरी फिल्म मानी जाती है। फिल्म में अजय देवगन के अलावा, बॉलीवुड लीजेंड दिलीप कुमार और सायरा बानो की नातिन सायेशा सहगल और एरिका कार मुख्य भूमिका में थीं। फिल्म को 28 अक्टूबर 2016 को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था।
फिल्म की शूटिंग ज्यादातर बुल्गारिया की ठंडी घाटियों में हुई थी। इसकी कहानी एक कुशल पर्वतारोही शिवाय की है, जिसे अपनी बेटी को बुल्गारिया में बाल तस्करों से बचाना होता है।
फिल्म में शिवाय की मुलाकात बुल्गारिया की टूरिस्ट ओल्गा (एरिका कार) से होती है, जो उसे पहाड़ से गिरने से बचाती है। दोनों में दोस्ती होती है, फिर धीरे-धीरे वह प्यार में बदलती है और ओल्गा प्रेग्नेंट हो जाती है, लेकिन बच्चा नहीं चाहती।
शिवाय उसे समझाता है कि वह बच्चे की जिम्मेदारी लेगा और ओल्गा अपनी जिंदगी जीने के लिए स्वतंत्र है। ओल्गा बेटी को जन्म देकर चली जाती है। शिवाय बेटी का नाम गौरा रखता है, जो गूंगी है। नौ साल बाद गौरा को पता चलता है कि उसकी मां जिंदा है। पिता के झूठ से नाराज होकर वह मां से मिलने की जिद करती है।
शिवाय उसे बुल्गारिया ले जाता है, लेकिन वहां मानव तस्करी का गिरोह उनकी जिंदगी को हमेशा बदल देता है। शिवाय एक्शन मोड में आकर बेटी को बचाने के लिए किसी भी हद तक चला जाता है।