क्या अमाल मलिक को अपने पिता डब्बू मलिक का समर्थन मिला?

सारांश
Key Takeaways
- अमाल मलिक ने कठिन समय में परिवार के समर्थन का महत्व समझा।
- डब्बू मलिक ने अपने बेटे की संघर्षों को उजागर किया।
- अमाल ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों का सामना किया।
- मां ज्योति का समर्थन भी महत्वपूर्ण है।
- परिवार के साथ समय बिताने का महत्व।
मुंबई, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। संगीतकार और गायक अमाल मलिक वर्तमान में टीवी के लोकप्रिय रियलिटी शो 'बिग बॉस 19' में बेहतरीन खेल दिखा रहे हैं। इस बीच, उनके पिता और प्रसिद्ध संगीतकार डब्बू मलिक ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए उनका समर्थन किया है। डब्बू ने अपने बेटे की कठिनाइयों और संघर्षों का उल्लेख करते हुए बताया कि अमाल ने जीवन में कई मुश्किल दौर देखे हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी।
डब्बू मलिक ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ''अमाल ने अकेले ही अपने पिता को बहुत बुरे वक्त से बाहर निकाला है। उसने कई मानसिक और भावनात्मक परेशानियों का सामना किया है। डिप्रेशन जैसी गंभीर स्थिति से जूझना, कठिन परिस्थितियों से लड़ना और अपने व्यवहार को सुधारने की कोशिश करना, ये सब अमाल के लिए आसान नहीं था। इसके बावजूद, वह आज भी अपने जीवन की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और बेहतर इंसान बनने की कोशिश कर रहे हैं।''
डब्बू ने कहा कि उनके बेटे को किसी की प्रशंसा या स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वह अपने काम और दिल से काफी मजबूत हैं। उन्होंने लिखा, ''मैं अपने बेटे से बहुत प्यार करता हूं और मुझे किसी की प्रशंसा की आवश्यकता नहीं है।''
अमाल की मां ज्योति मलिक ने भी अपने बेटे का समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि वे अपने बेटे पर गर्व महसूस करती हैं। ज्योति ने बताया कि अमाल एक सच्चे और मासूम दिल वाले इंसान हैं। वह जैसे हैं, वैसे ही रहना चाहिए और उन लोगों से बात नहीं करनी चाहिए जिनमें इंसानियत नहीं होती।
हाल ही में बिग बॉस के घर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें अमाल अपने आप से बात करते हुए अपनी भावनाएं साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वह शो से बाहर आएंगे, तो वह अपने माता-पिता के साथ अधिक समय बिताने की पूरी कोशिश करेंगे। अमाल ने बताया कि वह दिन में कम से कम एक बार अपने मां-बाप से मिलने का समय निकालेंगे। वह चाहते हैं कि वे उनके साथ लंच या ब्रेकफास्ट करें, ताकि परिवार के साथ अधिक से अधिक समय बिता सकें।