क्या अनुपम खेर ने जिसे कभी 'धोखेबाज' कहा, वह उनके लिए ताकत बन गया?
सारांश
Key Takeaways
- अनुपम खेर का करियर 500 से अधिक फिल्मों तक फैला हुआ है।
- महेश भट्ट ने अनुपम को पहचान दिलाई।
- दोनों के बीच का विवाद और बाद की दोस्ती एक प्रेरक कहानी है।
- सारांश फिल्म ने अनुपम के करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- अनुपम खेर ने हमेशा महेश भट्ट को अपना गुरु माना है।
नई दिल्ली, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ने हिंदी सिनेमा में 500 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने अपनी उपलब्धियों का श्रेय भारतीय फिल्म निर्माता और निर्देशक महेश भट्ट को दिया है। हालांकि, 90 के दशक में एक समय ऐसा भी था जब दोनों के बीच मनमुटाव की खबरें आईं, लेकिन समय के साथ सब कुछ ठीक हो गया।
हाल ही में महेश भट्ट और अनुपम खेर की एक मुलाकात एयरपोर्ट पर हुई। अनुपम ने इंस्टाग्राम पर अपनी और महेश भट्ट की एक तस्वीर साझा की, जिसमें दोनों बहुत खुश नजर आ रहे हैं। अभिनेता ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा, "अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि आप कहां जा रहे हैं, तो किसी ऐसे व्यक्ति से पूछिए जो पहले वहां गया हो। हमेशा मेरे साथ रहने के लिए धन्यवाद भट्ट साब। आप मेरे लिए एक बड़ी ताकत रहे हैं। स्क्रीन पर और स्क्रीन के बाहर! आपसे प्यार करता हूं।"
महेश भट्ट की फिल्म 'सारांश' से अनुपम खेर को हिंदी सिनेमा में पहचान मिली थी। हालांकि, इसी फिल्म के दौरान महेश भट्ट और अनुपम खेर के बीच एक बड़ा विवाद हुआ था। अनुपम खेर ने कई बार इस बात का उल्लेख किया है कि महेश भट्ट उनके लिए पिता समान हैं और उनका गुस्सा हमेशा उनके सिर पर रहता है।
एक बार अनुपम ने बताया कि जब उन्हें 'सारांश' का ऑफर मिला था, तो वे बहुत खुश थे। फिल्म की शूटिंग शुरू होनी थी, तभी उन्हें पता चला कि उन्हें हटाकर संजीव कुमार को कास्ट कर लिया गया है। यह सुनकर वे आगबबूला हो गए थे और मुंबई छोड़ने का निर्णय लिया था।
अनुपम ने आगे कहा कि गाड़ी में अपना सामान पैक करके वे महेश भट्ट के घर पहुंचे और उन्हें धोखेबाज से लेकर चालबाज तक कह दिया। उन्होंने कहा, "मेरी आँखों में आंसू थे और मैं कह रहा था कि आपने मेरे साथ गलत किया।" इसके बाद महेश भट्ट ने फिल्म के प्रोड्यूसर को फोन किया और कहा कि अनुपम ही रोल निभाएंगे, संजीव कुमार को मना कर दो।
कई लोगों को लगता है कि अनुपम खेर की पहली फिल्म 1984 की 'सारांश' थी, लेकिन उनके करियर की पहली फिल्म 1982 में आई 'आगमन' थी। इस फिल्म से उन्हें खास पहचान नहीं मिली थी, बल्कि 'सारांश' में 65 साल के व्यक्ति का रोल निभाकर उन्होंने अपनी पहचान बनाई थी।