क्या अनुराग बसु ने एक साथ ‘गैंगस्टर’ और ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ की कहानी सुनाई थी?

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क्या अनुराग बसु ने एक साथ ‘गैंगस्टर’ और ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ की कहानी सुनाई थी?

सारांश

संगीतकार प्रीतम ने हाल ही में बताया कि फिल्म निर्माता अनुराग बसु ने उन्हें 'गैंगस्टर' और 'लाइफ इन ए मेट्रो' की कहानी एक साथ सुनाई थी। यह किस्सा उनके शुरुआती दिनों की याद दिलाता है, जब वे टेलीविजन पर अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे।

Key Takeaways

  • प्रीतम और अनुराग बसु का रिश्ता फिल्म इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण है।
  • दोनों फिल्मों की कहानी एक साथ सुनाई गई थी।
  • 'लाइफ इन ए मेट्रो' की हाइपरलिंक स्क्रीनप्ले ने प्रीतम को बहुत प्रेरित किया।

मुंबई, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संगीतकार प्रीतम ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि फिल्म निर्माता-निर्देशक अनुराग बसु ने एक साथ उन्हें ‘गैंगस्टर’ और ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ की कहानी सुनाई थी।

प्रीतम ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अपने लंबे समय के सहयोगी और 'मेट्रो...इन दिनों' के निर्देशक अनुराग बसु के साथ काम करने और शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए किस्सा भी सुनाया। प्रीतम ने बताया कि यह कहानी 27 साल पुरानी है, जब दोनों टेलीविजन की दुनिया में अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे।

प्रीतम ने बताया, “साल 1998 में मेरी मुलाकात अनुराग से एक दोस्त के जरिए हुई थी। उस समय अनुराग एक भूतों पर आधारित सीरियल बना रहे थे। मैंने उस सीरियल के लिए जी टीवी पर टाइटल सॉन्ग बनाया। फिर अनुराग ने 'मर्डर' बनाई, जो सुपरहिट रही। दूसरी ओर, मैंने 'धूम' के साथ संगीतकार के तौर पर सफलता हासिल की।”

दोनों फिल्में एक ही साल रिलीज हुई थीं। 'मर्डर' का संगीत अनु मलिक ने दिया था, जबकि 'धूम' के निर्देशक संजय गढ़वी थे।

'गैंगस्टर' साल 2006 में आई थी, जिसके जरिए प्रीतम और अनुराग ने पहली बार बड़े पर्दे के लिए काम किया था।

प्रीतम ने बताया, “हम दोनों एक ही बिल्डिंग में रहने लगे और दोस्त बन गए। हम अक्सर बिल्डिंग के कॉमन पैसेज में मिलते और बातें करते। उसी दौरान 'गैंगस्टर' पर काम शुरू हुआ। लेकिन, प्रीतम का असली उत्साह 'लाइफ इन ए मेट्रो' के लिए था, जो साल 2007 में आई थी। उन्होंने बताया कि अनुराग ने दोनों फिल्मों की कहानी एक साथ सुनाई थी।”

प्रीतम ने कहा, “जब अनुराग ने 'गैंगस्टर' और 'लाइफ इन ए मेट्रो' की कहानी सुनाई, तो मुझे 'लाइफ इन ए मेट्रो' की हाइपरलिंक स्क्रीनप्ले संरचना ने बहुत उत्साहित किया। मेरी एफटीआईआई की डिप्लोमा फिल्म भी हाइपरलिंक संरचना पर आधारित थी। 'लाइफ इन ए मेट्रो' मेरे लिए कुछ अलग और खास थी।”

Point of View

यह कहना उचित है कि प्रीतम और अनुराग बसु का यह अनुभव फिल्म इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। दोनों ने मिलकर न केवल अपनी कला का प्रदर्शन किया, बल्कि भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा भी दी।
NationPress
19/07/2025

Frequently Asked Questions

अनुराग बसु ने कब प्रीतम को कहानी सुनाई थी?
अनुराग बसु ने प्रीतम को यह कहानी 27 साल पहले सुनाई थी, जब दोनों अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे।
क्या 'गैंगस्टर' और 'लाइफ इन ए मेट्रो' एक ही साल में रिलीज हुई थीं?
'गैंगस्टर' 2006 में और 'लाइफ इन ए मेट्रो' 2007 में रिलीज हुई थी।