क्या 'चिरंजीवी हनुमान' पर अनुराग कश्यप की प्रतिक्रिया एआई और कला के बीच विवाद को बढ़ाएगी?

Key Takeaways
- एआई का बढ़ता उपयोग फिल्म उद्योग में नई चुनौतियाँ पैदा कर रहा है।
- अनुराग कश्यप ने कलाकारों के हितों की रक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है।
- फिल्म उद्योग में रचनात्मकता और कलाकारों के अधिकारों को बनाए रखना आवश्यक है।
मुंबई, १९ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अबुंदंतिया एंटरटेनमेंट के बैनर तले एआई द्वारा निर्मित फिल्म 'चिरंजीवी हनुमान- द इटरनल' की घोषणा की गई है। यह फिल्म रामायण और पुराणों की कहानियों पर आधारित है और अगले वर्ष रिलीज होगी। हालांकि, फिल्म की घोषणा के साथ-साथ विवाद भी उठ खड़े हुए हैं। इस फिल्म में एआई के उपयोग पर कई प्रमुख हस्तियों ने ऐतराज जताया है। अभिनेता और फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अनुराग कश्यप ने फिल्म 'चिरंजीवी हनुमान- द इटरनल' का पोस्टर रिलीज होने के बाद अपनी नाराजगी प्रकट की। निर्माताओं के अनुसार, यह फिल्म एआई द्वारा बनाई जा रही है। अनुराग ने इस पर अपनी आपत्ति व्यक्त की है। इससे एआई बनाम रचनात्मकता जैसे मुद्दे एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। हालांकि, अनुराग का कहना है कि उन्हें एआई से कोई समस्या नहीं है, बल्कि उनका गुस्सा विजय सुब्रमण्यम से है, जो इस फिल्म से जुड़े हुए हैं।
अनुराग ने यह भी कहा कि विजय सुब्रमण्यम को कलाकारों की आवाज माना जाता है और अब वही एआई को रचनात्मकता पर हावी कर रहे हैं। एआई के उभार के इस समय में, जब कलाकारों को समर्थन की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, तब विजय इसके विपरीत कार्य कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी अन्य कंपनी का एआई का उपयोग करना उनका निर्णय हो सकता है, लेकिन कलाकारों के प्रतिनिधित्व करने वाले विजय सुब्रमण्यम का ऐसा करना बिल्कुल भी उचित नहीं है।
उन्होंने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर फिल्म का पोस्टर साझा करते हुए लिखा, "यदि कोई एआई का उपयोग करना चाहता है, तो वह कर सकता है। किसी को भी रोकने की आवश्यकता नहीं है। यह सच है कि एआई अब हर क्षेत्र में आएगा और विश्व पर प्रभाव डालेगा। असल में, मैं अपने दोस्त विजय सुब्रमण्यम से नाराज हूं, क्योंकि वह केवियन कलैक्टिव के सीईओ हैं। वे कलाकारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनकी आवाज माने जाते हैं। लेकिन अब फिल्म उद्योग को सुधार की आवश्यकता है, विशेष रूप से उन एजेंसियों को, जो कई बार खर्च बढ़ाने, कलाकारों के करियर और लेखकों, संगीतकारों, फिल्म निर्माताओं के संघर्षों का कारण बनती हैं।"
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के प्रसिद्ध अनुराग ने आगे कहा कि उस समय विजय को इन कलाकारों के साथ और काम करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसके विपरीत किया। वे अब एक एआई फिल्म बना रहे हैं और एक एआई संगीत बैंड त्रिलोक भी बना रहे हैं। यह वह समय है जब इन्हें कलाकारों का समर्थन करना चाहिए, उनके साथ अधिक से अधिक काम करना चाहिए, लेकिन विजय जैसे व्यक्ति से ऐसी उम्मीद नहीं थी। यही कारण है मेरे गुस्से का और मैं चुप नहीं रह सकता।
अनुराग ने कहा कि यदि कोई कंपनी एआई का उपयोग करती है, तो वह उनका निर्णय है। लेकिन विजय सुब्रमण्यम, जो कलाकारों की आवाज माने जाते हैं, यदि वही ऐसा करते हैं, तो यह माफ करने लायक नहीं है।
गौरतलब है कि अभिनेता ने इससे पहले 'चिरंजीवी हनुमान- द इटरनल' का पोस्टर साझा किया था, जिस पर उन्होंने लिखा था कि विजय सुब्रमण्यम जैसे व्यक्ति अब एआई से बनी फिल्में बना रहे हैं। सोचिए, जो कंपनी कलाकारों के हितों की रक्षा करने की बात करती है, अब खुद कलाकारों की जगह एआई का उपयोग कर रही है। वास्तव में, इन एजेंसियों को केवल पैसे से मतलब है। जब उनके द्वारा चुने गए कलाकार सफल नहीं होते और पैसे नहीं कमा पाते, तो ये उन्हें छोड़कर एआई की ओर भागते हैं।
अनुराग ने आगे कहा कि यदि कोई खुद को सच्चा कलाकार मानता है और उसमें जरा भी हिम्मत है, तो उसे इस निर्णय पर सवाल उठाना चाहिए या फिर ऐसी एजेंसी को छोड़ देना चाहिए, क्योंकि यह साफ दिखाता है कि उन्हें लगता है कि असली कलाकार, उनके एआई के मुकाबले, कुछ भी नहीं हैं।
अनुराग ने अपने पोस्ट के जरिए हिंदी फिल्म उद्योग में कलाकारों के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पोस्ट के अंत में लिखा, "विजय सुब्रमण्यम, आपने जो किया वो शर्मनाक है। और केवल शर्म से काम नहीं चलेगा, आपको तो गटर में होना चाहिए।"