क्या करण जौहर ने ऑडियो पॉडकास्ट पर कहा 'जिंदगी सफर है, मंजिल नहीं'?

सारांश
Key Takeaways
- आत्म स्वीकृति का महत्व
- रिश्तों को संजोना
- दैनिक जीवन में खुशियाँ ढूँढना
- आत्म-देखभाल की आवश्यकता
- जिंदगी को एक सफर मानना
मुंबई, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। निर्माता करण जौहर ने अपने ऑडियो पॉडकास्ट 'लिव योर बेस्ट लाइफ' पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि इस पॉडकास्ट के माध्यम से हम आत्म स्वीकृति, सेल्फ ग्रोथ, और भावनात्मक विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे।
हाल ही में, करण जौहर ने अपना ऑडियो पॉडकास्ट 'लिव योर बेस्ट लाइफ विद करण जौहर' लॉन्च किया। इस दौरान, उन्होंने बताया कि कैसे हमारी कमियों को स्वीकारना, रिश्तों को बनाए रखना और दैनिक जीवन में खुशियाँ ढूंढना एक सार्थक जीवन जीने की कुंजी है।
जब उनसे पूछा गया कि वह दर्शकों को उनके पॉडकास्ट से क्या सीखने की उम्मीद करते हैं, तो उन्होंने आत्म-स्वीकृति, भावनात्मक कल्याण, और उन चीजों के महत्व पर जोर दिया जो हमें आगे बढ़ने में मदद करती हैं।
निर्माता ने कहा, 'मेरे लिए जीवन का सही मतलब है आत्म-स्वीकृति, आत्म-देखभाल, और उन चीजों को छोड़ देना जो हमें पीछे खींचती हैं। साथ ही, रिश्तों को संजोना और जीवन का उद्देश्य खोजना, ये मेरे जीवन के सिद्धांत हैं।'
करण जौहर ने आगे कहा, 'जिंदगी एक सफर है, मंजिल नहीं। ये छोटे-छोटे पल, हंसी और रिश्ते हैं, जो असल में मायने रखते हैं। हमें उन चीजों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए जो हमें खुश नहीं करतीं। अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें।'
करण जौहर ने हाल ही में अपने ऑडिबल पॉडकास्ट 'लिव योर बेस्ट लाइफ विद करण जौहर' के साथ ऑडियो दुनिया में कदम रखा है। यह पॉडकास्ट 10 एपिसोड की श्रृंखला है, जो आज की तेज़ रफ्तार जीवनशैली के कई पहलुओं को उजागर करेगा।
इस श्रृंखला में, करण जौहर ने कई मेहमानों के साथ बातचीत की है, जिनमें कोंकणा सेन शर्मा, ध्रुव सहगल, मिथिला पालकर, प्रीति शिनॉय, मसाबा गुप्ता, ऋचा चड्ढा, अली फजल, इरा खान, नेहा धूपिया, दुर्जोय दत्ता, अवंतिका दत्ता, राज शामानी, कुणाल शाह, पीयूष बंसल, मोनिका हालन, शरण हेगड़े, सैत, भुवन बाम, और जाकिर खान शामिल हैं।