क्या बॉम्बे हाईकोर्ट ने 'जॉली एलएलबी 3' के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया?

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क्या बॉम्बे हाईकोर्ट ने 'जॉली एलएलबी 3' के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया?

सारांश

बॉम्बे हाईकोर्ट ने 'जॉली एलएलबी 3' के खिलाफ दायर जनहित याचिका को खारिज करते हुए कहा कि फिल्म से न्यायपालिका को कोई फर्क नहीं पड़ता। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और फिल्म की रिलीज की संभावनाएं।

Key Takeaways

  • बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज किया।
  • 'जॉली एलएलबी 3' १९ सितंबर को रिलीज होगी।
  • फिल्म में वकीलों का मजाक उड़ाने के आरोप पर कोर्ट ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

मुंबई, १७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉम्बे हाईकोर्ट ने अभिनेता अक्षय कुमार और अरशद वारसी की नई फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' के खिलाफ दायर की गई जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि यह फिल्म न्यायपालिका और वकीलों का मजाक उड़ाती है, जिससे देश की न्यायिक व्यवस्था की गरिमा को ठेस पहुंचती है

याचिका में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने और कुछ आपत्तिजनक दृश्यों और गानों को हटाने की मांग की गई थी। परंतु, कोर्ट ने इस पर कोई सहानुभूति नहीं दिखाते हुए कहा कि ऐसी बातें न्यायपालिका पर कोई असर नहीं डालती

मुख्य न्यायाधीश श्री चंद्रशेखर और न्यायमूर्ति गौतम अखंड की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान कहा, "हमें जज बनने के पहले दिन से ही ऐसे मजाक का सामना करना पड़ता है। चिंता मत कीजिए, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।"

कोर्ट ने यह भी कहा कि फिल्म के एक ट्रेलर या गाने को देखकर यह तय करना कि यह पूरी फिल्म न्यायपालिका का मजाक उड़ाती है, जल्दबाजी होगी

याचिकाकर्ता संस्था 'एसोसिएशन फॉर एडिंग जस्टिस' ने फिल्म के एक गाने 'भाई वकील है' को आपत्तिजनक बताया और कहा कि इस गाने में वकीलों को गलत तरीके से पेश किया गया है। साथ ही याचिकाकर्ता के वकील दीपेश सिरोया ने दावा किया कि फिल्म में एक सीन में जजों को 'मामू' कहा गया है, जो न्यायपालिका का अपमान है

उन्होंने अदालत से मांग की कि या तो फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई जाए या उसमें आवश्यक बदलाव किए जाएं।

हालांकि, फिल्म निर्माताओं की ओर से अदालत को बताया गया कि इसी तरह की एक याचिका पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी दायर की गई थी, जिसे पहले ही खारिज किया जा चुका है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी यह माना था कि फिल्म के ट्रेलर में ऐसा कुछ नहीं है, जो कानून व्यवस्था या वकीलों की छवि को नुकसान पहुंचाता हो।

इससे पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्ट और गुजरात हाईकोर्ट में भी फिल्म को लेकर याचिकाएं दायर की गई थीं, लेकिन कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को फटकार लगाई थी

निर्देशक सुभाष कपूर की 'जॉली एलएलबी 3' फिल्म कोर्टरूम ड्रामा पर आधारित है और इसमें हास्य के साथ-साथ सामाजिक व्यंग्य का तड़का भी है। 'जॉली एलएलबी' फिल्म का यह तीसरा पार्ट है और दर्शकों में इसे लेकर पहले से काफी उत्साह है। 'जॉली एलएलबी 3' १९ सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

Point of View

मैं समझता हूँ कि न्यायपालिका की गरिमा बनी रहनी चाहिए। हालांकि, फिल्में समाज में व्यंग्य और हास्य का एक साधन होती हैं। इसलिए, हमें देखना चाहिए कि क्या ये फिल्में वास्तव में न्यायपालिका की छवि को प्रभावित कर रही हैं या सिर्फ मनोरंजन का साधन हैं।
NationPress
17/09/2025

Frequently Asked Questions

बॉम्बे हाईकोर्ट ने 'जॉली एलएलबी 3' के खिलाफ याचिका क्यों खारिज की?
कोर्ट ने कहा कि फिल्म से न्यायपालिका पर कोई असर नहीं पड़ता और यह जल्दबाजी होगी कि सिर्फ एक ट्रेलर के आधार पर पूरी फिल्म का मूल्यांकन किया जाए।
'जॉली एलएलबी 3' कब रिलीज होगी?
'जॉली एलएलबी 3' १९ सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
क्या फिल्म के गाने में वकीलों को गलत तरीके से पेश किया गया है?
याचिकाकर्ता ने एक गाने 'भाई वकील है' को आपत्तिजनक बताया है, जिसमें वकीलों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
इस फिल्म के पहले दो पार्ट्स के बारे में क्या जानते हैं?
'जॉली एलएलबी' का पहला और दूसरा पार्ट भी कोर्टरूम ड्रामा और व्यंग्य से भरपूर थे, जो दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हुए।
क्या पहले भी इस फिल्म के खिलाफ याचिकाएं दायर की गई थीं?
हाँ, इससे पहले इलाहाबाद, मध्य प्रदेश और गुजरात हाईकोर्ट में भी याचिकाएं दायर की गई थीं, जिन्हें खारिज किया गया था।