क्या दीप्ति नवल ने 1982 की यूरोप यात्रा की यादगार तस्वीर साझा की?
सारांश
Key Takeaways
- 1982 की यूरोप यात्रा की यादें साझा की गईं।
- दीप्ति नवल ने अपने परिवार के साथ बिताए पलों को ताजा किया।
- उनके करियर की शुरुआत 1978 में हुई थी।
- वे एक पेंटर और फोटोग्राफर भी हैं।
- सोशल मीडिया पर प्रशंसकों से जुड़ाव का महत्व।
मुंबई, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय टेलीविजन और सिनेमा में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाली दीप्ति नवल अक्सर अपने पुराने पल साझा करती हैं। हाल ही में, उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने परिवार के साथ एक पुरानी तस्वीर साझा की।
यह तस्वीर 1982 की है, जिसमें दीप्ति अपनी मां, पिता और छोटे भाई टी.वी. रोहिताश्व के साथ यूरोप यात्रा के दौरान देखी जा सकती हैं।
तस्वीर के कैप्शन में उन्होंने लिखा, "मेरे दिल के यादों के एल्बम से एक अंतिम तस्वीर। 1982 में यूरोप यात्रा, मम्मी, पिता और मेरे छोटे भाई टी.वी. रोहिताश्व के साथ।"
दीप्ति ने बताया कि यह उनकी यूरोप यात्रा का अंतिम चरण था। इसके बाद उन्हें काम के लिए बॉम्बे की ओर बढ़ना पड़ा।
उन्होंने अपने प्रशंसकों का धन्यवाद करते हुए लिखा, "आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने इतने प्यारे कमेंट्स किए। मैंने हर एक कमेंट पढ़ा है, भले ही मैं सबको अलग-अलग जवाब न दे पाई, लेकिन मुझे ऐसा लगा जैसे आप सब मेरे साथ थे।"
दीप्ति की इस पोस्ट पर प्रशंकों की टिप्पणियों की बाढ़ आ गई। हर कोई उनके कमेंट सेक्शन पर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा कर रहा है।
दीप्ति नवल ने अपने करियर में 'चश्मेबद्दूर', 'किसी से न कहना', 'साथ-साथ' जैसी कई शानदार फ़िल्मों से दर्शकों का दिल जीता है। टेलीविजन पर भी उनकी अदाकारी ने खूब सराहना प्राप्त की। सोशल मीडिया पर वे अपनी निजी जिंदगी के बारे में साझा कर प्रशंसकों से सीधा संवाद करती हैं।
अभिनय में उनकी शुरुआत 1978 में श्याम बेनेगल की फिल्म 'जुनून' से हुई थी, हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं हो सकी। इसके बाद, 1979 में 'एक बार फिर' ने उन्हें दर्शकों के बीच पहचान दिलाई।
अभिनय के अलावा, दीप्ति नवल एक पेंटर, कवि और फोटोग्राफर भी हैं। उनकी पेंटिंग्स और फोटोग्राफी की कई प्रदर्शनियां आयोजित हो चुकी हैं।