क्या देवानंद आज भी सबसे स्टाइलिश और सदाबहार हीरो हैं? - शत्रुघ्न सिन्हा
सारांश
Key Takeaways
- देवानंद का नाम हिंदी सिनेमा में अमर है।
- उनकी फिल्मों ने दर्शकों पर गहरा प्रभाव डाला।
- उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें पद्म भूषण शामिल है।
- उनका स्टाइल आज भी प्रेरणा देता है।
- उनकी याद में श्रद्धांजलि अर्पित करना आवश्यक है।
मुंबई, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिंदी सिनेमा के सदाबहार हीरो देवानंद के प्रशंसकों की आज भी कोई कमी नहीं है। एक ऐसा समय था जब उनकी मुस्कान, स्टाइल और अभिनय का दीदार करने के लिए लाखों लोग उमड़ पड़ते थे। उन्होंने अपने अदाकारी से कई दशकों तक दर्शकों के दिलों में राज किया और उनका जादू आज भी जीवित है।
मंगलवार को देवानंद की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता जैकी श्रॉफ और शत्रुघ्न सिन्हा ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर देवानंद की तस्वीर साझा कर उन्हें याद किया।
शत्रुघ्न सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पुरानी तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा, "देव साहब को दिल से याद कर रहे हैं। देवानंद आज भी सबसे स्टाइलिश और सदाबहार हीरो माने जाते हैं। आपकी बातें और सलाह आज भी मेरे दिल के बेहद करीब हैं। देव साहब अमर रहें।"
देवानंद ने केवल अभिनेता के रूप में नहीं, बल्कि लेखक, निर्देशक और निर्माता के रूप में भी अपने करियर की स्थापना की, जिसमें उन्होंने 100 से अधिक फिल्मों में काम किया।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत भले ही छोटे रोल से की थी, लेकिन 1948 में 'जिद्दी' फिल्म से उन्हें बड़ा ब्रेक मिला और 'काला पानी' और 'गाइड' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। 2001 में देवानंद को पद्म भूषण और 2002 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उस समय देवानंद का नाम कई अभिनेत्रियों से जुड़ा था। इस लिस्ट में सबसे ऊपर सुरैया का नाम था। दोनों की प्रेम कहानी के चर्चे खूब रहते थे।
3 दिसंबर 2011 को दिल का दौरा पड़ने से देवानंद का 88 वर्ष की उम्र में लंदन में निधन हो गया। उनके निधन के 2 महीने बाद उनकी अंतिम फिल्म चार्जशीट रिलीज हुई, जिसे उन्होंने निर्देशित और प्रोड्यूस किया था।