क्या धर्मेंद्र जिंदादिल और दिल के राजा थे?

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क्या धर्मेंद्र जिंदादिल और दिल के राजा थे?

सारांश

दिल्ली में धर्मेंद्र की याद में आयोजित प्रार्थना सभा में फिल्म और राजनीति जगत के सितारों ने दिवंगत अभिनेता को याद किया। उनकी सरलता और अभिनय के लिए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जानिए इस खास मौके पर क्या कहा गया।

Key Takeaways

  • धर्मेंद्र का निधन एक अपूरणीय क्षति है।
  • उनका सरल और विनम्र स्वभाव हमेशा याद किया जाएगा।
  • फिल्म जगत में उनका योगदान अद्वितीय था।
  • प्रार्थना सभा में कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया।
  • 'शोले' जैसी फिल्में उनके करियर की पहचान हैं।

नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र की याद में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। उनकी पत्नी और भाजपा सांसद हेमा मालिनी के परिवार ने इस सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर धर्मेंद्र के परिवार के साथ-साथ फिल्म और राजनीति जगत की कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं और उन्होंने दिवंगत अभिनेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।

धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा में कई दशकों तक अपनी शानदार अभिनय कला से लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया। उनका निधन फिल्म जगत और उनके प्रशंसकों के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

इस अवसर पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ''धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा में अपनी कला और प्रतिभा से अमिट छाप छोड़ी। उनके अभिनय और फिल्मी योगदान ने उन्हें सदाबहार बना दिया। उनका स्वभाव बहुत ही सरल और विनम्र था। भले ही वे फिल्मी दुनिया में बड़े सितारे बने, लेकिन उनकी विनम्रता और सहजता ने उन्हें सभी के दिलों में खास बना दिया।''

भाजपा सांसद रेखा शर्मा ने कहा, ''धर्मेंद्र का निधन केवल फिल्म उद्योग के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा नुकसान है। मैंने बचपन से ही उनके अभिनय और व्यक्तित्व की प्रशंसा की है। पंजाब से होने के नाते मुझे उनसे एक गहरा जुड़ाव महसूस होता है। उनका व्यक्तित्व हर किसी के लिए प्रेरणादायक था।''

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा, ''धर्मेंद्र ने अपने करियर में कई यादगार फिल्में दीं, जिनमें उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म 'शोले' थी। इस फिल्म में उन्होंने हेमा मालिनी और अमिताभ बच्चन के साथ काम किया और दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी फिल्मों में हमेशा उनका असलीपन झलकता था। उनकी मेहनत और समर्पण ही उन्हें आज भी लोगों के दिलों में जीवित रखता है।''

भाजपा सांसद रवि किशन ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, ''मैं बहुत खुशकिस्मत रहा हूं कि मुझे धर्मेंद्र के साथ कई फिल्मों में काम करने का मौका मिला। यह समय 1990 के दशक का था, जब मैं फिल्म इंडस्ट्री में नया था। उस समय धर्मेंद्र ने मेरा मार्गदर्शन किया। वे जिंदादिल और दिल के राजा थे। उनके साथ बिताए समय की यादें हमेशा मेरे दिल में रहेंगी।''

भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, ''धर्मेंद्र छोटे गांव से आने के बावजूद फिल्म इंडस्ट्री में अपार सफलता हासिल करने वाले एक महान कलाकार थे। उनका सरल स्वभाव और जड़ों के प्रति उनका लगाव उन्हें विशेष बनाता था। धर्मेंद्र के बारे में सोचते ही हमें अपने गांव की मिट्टी और वहां की खुशबू याद आ जाती है। वे कभी अपने गांव और अपने मूल्यों को नहीं भूले, चाहे वे कितने ही बड़े स्टार क्यों न बन गए हों। उनकी यह विशेषता आज के समय के कई कलाकारों के लिए प्रेरणादायक है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने धर्मेंद्र की प्रशंसा करते हुए कहा, ''उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर फिल्म इंडस्ट्री में सफलता प्राप्त की। वह सिनेमा की दुनिया में कई दशकों तक सदाबहार बने रहे। उन्होंने राजनीति में भी अपनी अलग पहचान बनाई और अपने योगदान से कई लोगों को प्रेरित किया। उनकी सफलता का रहस्य उनकी ईमानदारी, मेहनत और सरलता थी, जो उन्हें हर किसी के लिए खास बनाती थी।''

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने धर्मेंद्र के काम और उनके संघर्ष की प्रशंसा करते हुए कहा, ''उन्होंने मुंबई में अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के जरिए एक ऐसी प्रसिद्धि हासिल की, जो बहुत कम लोगों को मिलती है। उनकी फिल्म 'शोले' आज भी दर्शकों के दिलों में ताजा है और उनके काम को हमेशा याद किया जाएगा।''

Point of View

महानता और उनके काम की सराहना की। यह एक ऐसा अवसर था जब सभी ने एकजुट होकर एक महान कलाकार को याद किया।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

धर्मेंद्र को क्यों याद किया गया?
धर्मेंद्र को उनके अद्वितीय अभिनय और सरल स्वभाव के लिए याद किया गया।
कौन-कौन से सितारे प्रार्थना सभा में शामिल हुए?
प्रार्थना सभा में भाजपा सांसद, केंद्रीय मंत्री और कई फिल्मी हस्तियां शामिल हुईं।
धर्मेंद्र का कौन सा फिल्म सबसे प्रसिद्ध है?
उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म 'शोले' है।
धर्मेंद्र की विशेषताएँ क्या थीं?
उनकी सरलता, मेहनत और विनम्रता उन्हें खास बनाती थी।
धर्मेंद्र का योगदान क्या था?
उन्होंने भारतीय सिनेमा में कई दशकों तक शानदार अभिनय किया और अपनी कला से लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया।
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