क्या 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के 30 साल पूरे हो गए? काजोल ने साझा की पुरानी यादें

सारांश
Key Takeaways
- 30 साल पहले रिलीज हुई 'डीडीएलजे' ने भारतीय सिनेमा को नई पहचान दी।
- काजोल और शाहरुख की जोड़ी आज भी दर्शकों के दिलों में बसती है।
- फिल्म ने प्रेम और परिवार के मूल्यों को प्रमुखता दी है।
- सोशल मीडिया पर आज भी फिल्म की यादें ताजा हैं।
- फिल्म ने कई रिकॉर्ड बनाए और बॉक्स ऑफिस पर सफल रही।
मुंबई, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड की मशहूर फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (डीडीएलजे) ने आज 30 साल पूरे कर लिए हैं। इस खास अवसर पर, अभिनेत्री काजोल ने सोशल मीडिया पर इस फिल्म से जुड़ी अपनी यादों को ताजा किया।
काजोल ने इंस्टाग्राम पर फिल्म से संबंधित दो तस्वीरें साझा कीं। पहली तस्वीर में फिल्म का पोस्टर है और दूसरी में वह मजेदार डायलॉग है, "शाहरुख ने काजोल के कान में कहा, 'चल बर्गर शर्गर खाते हैं शर्मा जी की दुकान में।'
काजोल ने अपने कैप्शन में लिखा, "डीडीएलजे को 30 साल पूरे हो गए। इस फिल्म को दुनियाभर में मिले प्यार और स्थान को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। आप सभी का धन्यवाद, जिन्होंने इसे इतना खास बनाया। स्लाइड करें और देखें, यह कितनी दूर तक पहुंची!"
यह फिल्म 20 अक्टूबर 1995 को आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में रिलीज हुई थी, जिसमें शाहरुख खान और काजोल ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। इसके साथ ही, अमरीश पुरी, फरीदा जलाल, अनुपम खेर, परमीत शेट्टी और मंदिरा बेदी ने भी महत्वपूर्ण किरदार निभाए।
एक दिलचस्प तथ्य यह है कि फिल्म में करण जौहर ने शाहरुख के दोस्त के रूप में एक छोटा-सा किरदार निभाया था। डीडीएलजे राज (शाहरुख) और सिमरन (काजोल) की प्रेम कहानी है, जो यूरोप में छुट्टियां मनाते हुए एक-दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं।
सिमरन के पिता (अमरीश पुरी) ने उसकी शादी अपने दोस्त के बेटे से तय कर दी है, लेकिन राज परिवार को मनाने की हर संभव कोशिश करता है। कहानी का रोमांच, भावनाएं और हल्का हास्य दर्शकों को बांधे रखता है।
'डीडीएलजे' ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया और कई रिकॉर्ड बनाए। यह फिल्म भारतीय सिनेमा की पहचान बन गई, जिसने प्रेम, परिवार और संस्कृति को खूबसूरती से प्रस्तुत किया। दर्शकों के बीच आज भी इस फिल्म को लेकर उत्साह दिखता है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। सोशल मीडिया पर फैंस इस मौके को सेलिब्रेट कर रहे हैं और 'डीडीएलजे' की यादें फिर से ताजा हो रही हैं।