क्या "गॉन विद द विंड" का प्रीमियर इतिहास रचने वाला था, अफ्रीकी-अमेरिकी अभिनेत्री को मिला ऑस्कर?
सारांश
Key Takeaways
- गॉन विद द विंड का प्रीमियर 15 दिसंबर 1939 को हुआ।
- यह फिल्म अमेरिकी गृहयुद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
- फिल्म ने कई ऑस्कर जीते, जिसमें हैटी मैकडैनियल का पुरस्कार शामिल है।
- यह फिल्म तकनीकी दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
- फिल्म ने नस्लीय और सामाजिक मुद्दों पर भी ध्यान आकर्षित किया।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 15 दिसंबर 1939 को अमेरिका के अटलांटा शहर में हॉलीवुड फिल्म "गॉन विद द विंड" का प्रीमियर एक महत्वपूर्ण घटना थी। यह सिनेमा के इतिहास में एक निर्णायक क्षण के रूप में उभरी। मार्गरेट मिशेल के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन विक्टर फ्लेमिंग ने किया और इसे उस समय की सबसे महंगी और भव्य प्रस्तुतियों में गिना गया।
अमेरिकी गृहयुद्ध और पुनर्निर्माण काल की पृष्ठभूमि में रची गई इस कहानी में स्कारलेट ओ’हारा और रेट बटलर के जटिल रिश्तों के माध्यम से प्रेम, महत्वाकांक्षा, टूटन और जिजीविषा का चित्रण किया गया है।
अटलांटा में हुए प्रीमियर को शहर के इतिहास और उपन्यास की पृष्ठभूमि से जोड़कर एक बड़े सांस्कृतिक आयोजन का स्वरूप दिया गया। हजारों दर्शकों, विशेष सजावट, परेड और मीडिया कवरेज ने इसे उस समय की सबसे चर्चित फिल्मी घटना बना दिया। रिलीज के बाद फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अभूतपूर्व सफलता हासिल की और वर्षों तक दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल रही। तकनीकी दृष्टि से इसकी रंगीन सिनेमैटोग्राफी, भव्य सेट, संगीत और अभिनय ने नई मिसाल कायम की।
"गॉन विद द विंड" ने अकादमी अवॉर्ड्स में भी इतिहास रचा। फिल्म को कई ऑस्कर मिले और विशेष बात यह रही कि हैटी मैकडैनियल ऑस्कर जीतने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी अभिनेत्री बनीं। हालांकि, समय के साथ फिल्म में दिखाए गए नस्लीय और सामाजिक चित्रण पर आलोचनाएं भी हुईं, फिर भी इसका सांस्कृतिक प्रभाव और सिनेमाई महत्व आज भी स्वीकार किया जाता है।
हॉलीवुड: द ओरल हिस्ट्री (लेखक: जीनिन बेसिंगर) में गॉन विद द विंड के 1939 अटलांटा प्रीमियर का विस्तृत उल्लेख मिलता है। इसमें बताया गया है कि यह प्रीमियर सिर्फ एक फिल्म रिलीज नहीं, बल्कि एक अमेरिकी सांस्कृतिक घटना बन गया था। इतिहासकार डेविड थॉमसन ने अपनी किताब “द न्यू बायोग्राफिकल डिक्शनरी ऑफ फिल्म” में गॉन विद द विंड को हॉलीवुड स्टूडियो सिस्टम की सबसे बड़ी और प्रभावशाली प्रस्तुतियों में गिना। थॉमसन लिखते हैं कि यह फिल्म तकनीकी भव्यता, बॉक्स ऑफिस सफलता और सांस्कृतिक विवाद—तीनों का दुर्लभ संगम थी, जिसने दशकों तक सिनेमा की दिशा तय की।