क्या 'जटाधरा' का नया गाना ‘जो लाली जो’ मां-बेटे के अटूट रिश्ते की झलक देता है?
सारांश
Key Takeaways
- फिल्म 'जटाधरा' का नया गाना 'जो लाली जो' मां-बेटे के रिश्ते को दर्शाता है।
- गाने के बोल शिविन कश्यप ने लिखे हैं और इसे पावनी वसा और राजीव राज ने गाया है।
- फिल्म का निर्माण कई प्रमुख निर्माताओं ने किया है।
- गाना हर मां-बाप की कहानी को छूता है।
- फिल्म 7 नवंबर को रिलीज होगी।
मुंबई, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता सुधीर बाबू और अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म 'जटाधरा' जल्द ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली है। फिल्म का नया गाना 'जो लाली जो' अब रिलीज हो चुका है। यह गाना मां-बेटे के अटूट रिश्ते को बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत करता है, जो फिल्म के भावनात्मक पहलू को उजागर करता है। गाने के बोल शिविन कश्यप ने लिखे हैं और इसे पावनी वसा और राजीव राज ने गाया है।
जी स्टूडियोज और प्रेरणा अरोड़ा द्वारा प्रस्तुत इस फिल्म का निर्माण उमेश कुमार बंसल, शिविन नारंग, अरुणा अग्रवाल, प्रेरणा अरोड़ा, शिल्पा सिंघल और निखिल नंदा ने मिलकर किया है।
प्रेरणा अरोड़ा ने इस गाने को जटाधरा की आत्मा बताया है। उन्होंने कहा, "'जो लाली जो' महज एक गाना नहीं, बल्कि 'जटाधरा' की आत्मा है। यह गाना दर्शकों को मां की प्रार्थनाओं की मासूमियत और बिछड़ने के दर्द को एकसाथ महसूस कराएगा। यह उन दुर्लभ गीतों में से एक है जो दर्शकों के दिल को छू जाएगा।"
दूसरी ओर, निर्माता उमेश कुमार बंसल ने इसे फिल्म के भावनात्मक धन का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा, "यह गाना जटाधरा की आत्मा को अच्छे से परिभाषित करेगा। यह उसकी भावना और ऊर्जा से भरा है। 'जो लाली जो' का हर एक दृश्य उस सच्चाई को दर्शाता है जिसे हम सभी ने जीया है। मां का प्यार हमारी पहली लोरी है और जीवन भर की ताकत भी है।"
अभिनेता सुधीर बाबू ने गाने को अपने दिल के बेहद करीब बताया। उन्होंने कहा, "'जो लाली जो' माता-पिता के उन अनकहे त्यागों का प्रतीक है, जो वे अपने बच्चों के लिए खामोशी से करते हैं। एक माता-पिता के रूप में, इसने मुझे मेरी फैमिली की याद दिलाई है। यह गाना हर उस मां-बाप की कहानी है, जो केवल अपने बच्चे के लिए जीते हैं।"
अभिनेता रवि प्रकाश, जो इस गाने में इंदिरा कृष्णन के साथ नजर आ रहे हैं, ने कहा, "'जो लाली जो' माता-पिता के उन अनकहे त्यागों का प्रतीक है, जो वे अपने बच्चों के लिए खामोशी से करते हैं। एक माता-पिता के रूप में, इसने मुझे मेरी अपनी फैमिली की याद दिलाई। यह गीत हर उस मां-बाप की कहानी है, जो अपने बच्चों के लिए जीते हैं।"
वेंकट कल्याण और अभिषेक जायसवाल द्वारा निर्देशित फिल्म 'जटाधरा' एक ऐसी कहानी है जिसमें दर्शकों को पौराणिक कथाओं, काले जादू, पुराने श्राप और एक रहस्यमयी खजाने की खोज देखने को मिलेगी। यह फिल्म अच्छाई और बुराई के बीच रोमांचक लड़ाई पर खत्म होती नजर आएगी।
यह फिल्म 7 नवंबर को हिंदी और तेलुगू में भारत के सभी सिनेमाघरों में रिलीज होगी।