क्या जया बच्चन के विवाद पर आशुतोष राणा ने कहा कि 'ईश्वर ने सबको समान बनाया है, इसलिए सम्मान भी बराबर मिलना चाहिए'?
सारांश
Key Takeaways
- जया बच्चन ने पैपराजी पर सवाल उठाए।
- आशुतोष राणा ने समानता और सम्मान की बात की।
- बॉलीवुड के कई सितारे इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं।
- पैपराजी की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
- संवेदनशीलता और समझदारी का महत्व।
मुंबई, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मनोरंजन जगत में सितारों के बयान हमेशा चर्चा का केंद्र होते हैं, और हाल ही में अभिनेत्री जया बच्चन के एक कार्यक्रम में दिए गए बयान ने ऐसा ही कुछ किया। सोशल मीडिया पर उनका वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने पैपराजी और उनकी कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए। इस पर बॉलीवुड के कई प्रमुख चेहरे अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
किसी ने जया बच्चन का समर्थन किया, तो कई कलाकार उनकी आलोचना भी कर रहे हैं। इस संदर्भ में अभिनेता आशुतोष राणा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अभिनेता आशुतोष राणा ने कहा, ''मनुष्य स्वभाव से भावुक और संवेदनशील होता है। हर व्यक्ति की अपनी एक कीमत होती है और हर इंसान सम्मान के योग्य है। कभी-कभी भावनाओं के चलते हम किसी बात पर तुरंत प्रतिक्रिया दे देते हैं, गुस्से में कुछ बोल देते हैं या सामने वाले की आलोचना कर बैठते हैं। लेकिन, इसके साथ ही हमारे भीतर संवेदनशीलता भी होती है, जो हमें समझने की क्षमता देती है कि सामने वाला भी हमारे जितना ही महत्वपूर्ण है।''
उन्होंने आगे कहा, ''ईश्वर ने सभी को एक समान बनाया है। किसी को कम या ज्यादा समझना गलत है। हम सभी समान हैं, इसलिए सम्मान भी बराबर मिलना चाहिए। जब हम यह समझते हैं कि दूसरे की भी एक पहचान और अस्तित्व है, तो हम बेहतर व्यवहार करते हैं।''
दूसरी ओर, आईटीए (इंडियन टेलीविजन एकेडमी) के संस्थापक और अभिनेता शशि रंजन ने जया बच्चन के बयान पर स्पष्ट असहमति जताई।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, ''मैं जया बच्चन की राय का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं उनसे सहमत नहीं हूं। हर व्यक्ति अपनी सोच रख सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि पैपराजी इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उन्हें इस तरह से निशाना बनाना उचित नहीं है। मैं मानता हूं कि पैपराजी सुर्खियों का पीछा करते हैं, लेकिन वे भी अपना काम कर रहे होते हैं और उनकी मेहनत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।''
अभिनेत्री अमीषा पटेल ने पैपराजी की तारीफ की और कहा, ''मुझे पैपराजी और मीडिया से बहुत प्यार है, क्योंकि वे बेहद मेहनती और समर्पित होते हैं। चाहे कड़ी धूप हो, भारी बारिश हो या फिर कड़ाके की ठंड, पैपराजी हमेशा अपने काम पर डटे रहते हैं। मैं मीडिया की इस मेहनत की सराहना करती हूं। इस पेशे में काम करने वाले लोग दर्शकों तक सही और रोचक खबरें पहुंचाने का प्रयास करते हैं।''
जब राष्ट्र प्रेस ने उनसे जया बच्चन के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी, तो अमीषा ने कहा कि हर किसी को अपनी राय रखने का हक है, लेकिन उनकी निजी भावना हमेशा पैपराजी के साथ है।
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब एक कार्यक्रम में जया बच्चन ने पैपराजी पर तंज कसते हुए कहा कि उनका उनसे कोई संबंध नहीं है और वे उनकी मौजूदगी से परेशान होती हैं। उन्होंने प्रश्न उठाया कि ये लोग किस प्रकार की शिक्षा रखते हैं, उनका बैकग्राउंड क्या है, और वे किस प्रकार की भाषा और व्यवहार अपनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई पैपराजी बेहद अनौपचारिक कपड़े पहनकर सिर्फ मोबाइल फोन लेकर तस्वीरें खींचते हैं और मनचाहे कमेंट करते हैं।