क्या जूही ने धर्मेंद्र को अपने पापा के बड़े भाई जैसा बताया?
सारांश
Key Takeaways
- धर्मेंद्र का जूही के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान था।
- जूही ने अपने नाटक में धर्मेंद्र जी के अनुभवों को शामिल किया।
- धर्मेंद्र जी की मौजूदगी ने नाटक को एक खास पहचान दी।
- अभिनय में रिश्तों की गहराई को समझना आवश्यक है।
- यादें कभी नहीं भुलाई जातीं।
मुंबई, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नामचीन अभिनेता राज बब्बर की बेटी जूही एक प्रसिद्ध अभिनेत्री और थिएटर कलाकार हैं। मंगलवार को उन्होंने धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके साथ बिताए अनमोल पलों को याद किया।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, "धरम अंकल, ये यादें आपके साथ तब की हैं, जब मैं बहुत छोटी थी। मम्मी, गॉर्की, और मैं पापा के साथ कुल्लू-मनाली की शूटिंग पर गए थे। मुझे याद है, आपने देखा था कि मैं बहती नदी से कितनी डर रही थी, तब आपने मुझे अपनी पीठ पर बैठा लिया था और पानी के पास ले गए थे। वह पल मेरे दिल में हमेशा के लिए बस गया था। कई साल बाद, जब मैंने अपना नाटक 'विद लव आपकी सैयारा' बनाया, तो मैंने उस याद को हमारी एक फोटोशॉप की हुई तस्वीर के जरिए फिर से जीया।"
उन्होंने आगे लिखा, "जब मैं ब्रेक के बाद काम पर लौटी और खुद लिखने, निर्देशित करने और अपने नाटक 'विद लव आपकी सैयारा' को बनाने लगी, तो मेरे मन में आपका चेहरा आया था, जो सैयारा और उसके पिता के रिश्ते को बेहतरीन तरीके से निभा सकते थे।"
जूही ने बताया कि उन्होंने धर्मेंद्र को नाटक के बारे में कॉल करके बताया था और उन्होंने तुरंत हां कर दी थी। उन्होंने आगे लिखा, "नाटक में आपने बाबा का किरदार निभाया था और यह स्थान कोई नहीं ले सकता। आप हमेशा सैयारा के बाबा रहेंगे।"
उन्होंने कहा, "आपकी दुआ की वजह से ही नाटक इतना सफल हुआ।"
जूही ने बताया कि धर्मेंद्र की उपस्थिति से स्क्रीन पर लोगों की सांसें थम जाती थीं, हंसी, भावनाएं, और खामोशी सब कुछ इतना गहरा और अनोखा होता था कि उसका कोई मुकाबला नहीं।
जिन पलों को वह दोबारा जीती हैं, उन पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि घर में जिस नाम को उन्होंने सबसे ज्यादा सुना, वो आप ही थे। आप मेरे पापा के लिए बड़े भाई जैसे थे। आपका जाना हमारे परिवार के लिए एक ऐसी कमी है, जिसे कोई भर नहीं सकता।