क्या झांसी की रानी का किरदार निभाकर कंगना रनौत को मिला नया जन्म?

सारांश
Key Takeaways
- कंगना रनौत ने झांसी की रानी के किरदार से नया जीवन पाया।
- शिरडी साईं बाबा के दर्शन ने उनके अनुभव को और समृद्ध किया।
- फिल्म ने वीरांगनाओं के संघर्ष को उजागर किया।
- कंगना ने बच्चों के लिए वीरांगनाओं की कहानियों को महत्वपूर्ण बताया।
- प्रधानमंत्री संग्रहालय का लाइट एंड साउंड शो देखने के लिए प्रेरित किया।
अहमदनगर, १५ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी की सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने शिरडी साईं बाबा के दर्शनों का लाभ उठाया। इसके बाद उन्होंने अपनी फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' में झांसी की रानी के किरदार को निभाने के अनुभव साझा किए।
कंगना ने मीडिया से बातचीत में कहा, "यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हमें शिरडी साईं बाबा के दर्शन करने का अवसर मिला। हमने बाबा की आरती की और दर्शन किए। इस क्षेत्र में जो कायाकल्प हुआ है, वह अत्यधिक विकास का प्रतीक है। यहाँ की स्वच्छता अभियान का प्रभाव साफ दिखाई देता है।"
उन्होंने कहा, "फिल्म 'मणिकर्णिका' में झांसी की रानी का किरदार निभाकर मुझे एक नया जन्म मिला। इस फिल्म ने मुझे पुनर्जीवित किया। फिल्म उद्योग में मेरी जो छवि थी, उसमें भी बदलाव आया।"
कंगना ने आगे बताया कि इस फिल्म के माध्यम से उन्हें देश और आजादी के संघर्ष के बारे में गहन ज्ञान प्राप्त हुआ। जब वह देखती हैं कि स्कूलों में बच्चे झांसी की रानी पर कार्यक्रम करते हैं और उनके किरदार को निभाते हैं, तो उन्हें बहुत खुशी होती है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी वीरांगनाओं पर और भी फिल्में बननी चाहिए।
कंगना ने लोगों से अपील की कि जब भी वह अपने बच्चों के साथ दिल्ली आएं, तो प्रधानमंत्री संग्रहालय में होने वाले लाइट एंड साउंड शो को अवश्य देखें। इस शो में विभिन्न वीरांगनाओं की कहानियाँ हैं, जिन्हें उन्होंने आवाज दी है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। इस अवसर पर कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए पीएम के भाषण को शानदार बताते हुए कहा, "क्या स्पीच है।" उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ भी दीं।