क्या मैंने अपने कच्चेपन को मेहनत और अनुभव से पीछे छोड़ दिया? : कंवर ढिल्लों

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क्या मैंने अपने कच्चेपन को मेहनत और अनुभव से पीछे छोड़ दिया? : कंवर ढिल्लों

सारांश

कंवर ढिल्लों ने अपने सफर में सीखे गए अनुभवों को साझा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने मेहनत से अपने कच्चेपन को पीछे छोड़ दिया और अपने किरदारों के माध्यम से एक अलग पहचान बनाई। जानें उनकी सफलता की कहानी।

Key Takeaways

  • कड़ी मेहनत से सफलता प्राप्त की जा सकती है।
  • अनुभव सबसे अच्छा शिक्षक होता है।
  • हर किरदार से कुछ नया सीखें।
  • आत्मविश्वास सफलता की कुंजी है।
  • सही मार्गदर्शन से लक्ष्य प्राप्त करना संभव है।

मुंबई, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टेलीविजन के क्षेत्र में बहुत से कलाकार आते हैं, लेकिन कुछ ही ऐसे होते हैं जो मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से एक विशेष स्थान हासिल कर लेते हैं। ऐसे ही एक कलाकार हैं कंवर ढिल्लों, जिन्होंने मात्र 18 वर्ष की आयु में टीवी इंडस्ट्री में कदम रखा। आज, एक दशक से भी अधिक अनुभव के साथ, वह अपने काम के जरिए लाखों दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बना चुके हैं।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कंवर ने अपने सफर के बारे में खुलकर चर्चा की और बताया कि कैसे समय के साथ उन्होंने खुद को हर शो में बेहतर बनाया और अपनी पहचान को मजबूत किया।

कंवर ने कहा, "जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी, तब मैं बिल्कुल नया था और बहुत कुछ सीखने का प्रयास कर रहा था। मैंने हर सेट, हर किरदार और हर निर्देशक से कुछ न कुछ सीखा है। मैं शुरुआत में सब कुछ देखकर और समझकर ही आगे बढ़ता था। मेरा सबसे बड़ा गुरु मेरा खुद का सफर रहा है।"

उन्होंने आगे कहा, "मैंने हमेशा चलते-फिरते सीखा है। हर शो ने मुझे कुछ नया सिखाया है। अब जो मैं हूं, वह उस शुरुआती दौर के कंवर से बिल्कुल अलग है। तब मैं बहुत कच्चा था, अनुभव का अभाव था, लेकिन आज मैंने उस कच्चेपन को मेहनत और अनुभव से पीछे छोड़ दिया है।"

कंवर ने बताया कि उनके निभाए किरदारों ने उन्हें केवल अभिनय में ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी बहुत कुछ सिखाया। पेशेवर रूप से हर रोल ने उन्हें आत्मविश्वास, पहचान और अवसर प्रदान किए। साथ ही, उन्होंने इंसान के तौर पर भी खुद को पहले से अधिक समझदार और जमीन से जुड़ा पाया।

अपने शो 'पंड्या स्टोर' को याद करते हुए उन्होंने कहा, "यह शो उनके करियर में एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इससे मुझे न केवल अलग पहचान मिली, बल्कि यह भरोसा भी जगा कि मैं सही रास्ते पर चल रहा हूं। मैंने बहुत मेहनत की है, और जब 'पंड्या स्टोर' के जरिए सफलता मिली, तो यकीन हुआ कि मैं सही फैसले ले रहा हूं। इसने मेरा आत्मविश्वास और भी बढ़ा दिया।"

अपने नए शो 'उड़ने की आशा' को लेकर कंवर काफी उत्साहित नजर आए। उन्होंने कहा, "ऐसा शो टीवी पर कम ही देखने को मिलता है, जिसकी कहानी इतनी सच्ची और किरदार इतने असली लगते हैं। इस शो के हर किरदार को बहुत खूबसूरती से लिखा गया है, जो लोगों की जिंदगी से जुड़ते हैं।"

कंवर ने कहा, "मैं ऊपरवाले का शुक्रगुजार हूं कि यह शो मेरी जिंदगी में आया। साथ ही, अपने प्रोड्यूसर्स, राहुल सर, श्रीनु सर और राधिका मैम का भी धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया। इस शो को करना मेरे करियर का अब तक का सबसे अच्छा फैसला रहा है।"

'उड़ने की आशा' स्टार प्लस पर 12 मार्च 2024 को शुरू हुआ था और तब से अब तक दर्शकों के बीच यह शो खासा लोकप्रिय हो चुका है।

Point of View

लगन और आत्मविश्वास के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनका अनुभव न केवल युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह इस बात का भी सबूत है कि सही मार्गदर्शन और समर्पण से बड़े लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

कंवर ढिल्लों ने अपने करियर की शुरुआत कब की?
कंवर ढिल्लों ने अपने करियर की शुरुआत 18 साल की उम्र में की थी।
कंवर का सबसे प्रसिद्ध शो कौन सा है?
'पंड्या स्टोर' कंवर का सबसे प्रसिद्ध शो है।
'उड़ने की आशा' शो कब शुरू हुआ?
'उड़ने की आशा' शो 12 मार्च 2024 को शुरू हुआ था।
कंवर ढिल्लों को अपने किरदारों से क्या सिखने को मिला?
कंवर को अपने किरदारों से आत्मविश्वास, पहचान और जीवन के महत्वपूर्ण सबक मिले।
कंवर का अगला प्रोजेक्ट क्या है?
कंवर का अगला प्रोजेक्ट 'उड़ने की आशा' है।