करण जौहर ने कैसे उर्फी और निकिता ने जीता शो?

सारांश
Key Takeaways
- उर्फी जावेद और निकिता लूथर की रणनीति ने उन्हें जीत दिलाई।
- शो ने विश्वासघात और मनोविज्ञान के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर किया।
- करण जौहर ने शो की सराहना की और इसे मनोरंजक बताया।
- प्रतियोगियों ने धोखाधड़ी के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
- यह शो दर्शकों के लिए रोचक और शिक्षाप्रद अनुभव था।
मुंबई, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता करण जौहर ने टीवी शो 'द ट्रेटर्स' के महत्वपूर्ण क्षणों के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस तरह उर्फी जावेद और निकिता लूथर ने फाइनल में शो का सबसे बड़ा सवाल समझा और उसका समाधान किया।
शो के मेज़बान करण जौहर ने कहा कि उर्फी और निकिता की उत्कृष्ट समझ और सही समय पर निर्णय लेना उनकी विजय का मुख्य कारण था। उन्होंने बताया कि यह सीज़न उनकी अपेक्षाओं से कहीं अधिक मनोरंजक रहा।
करण जौहर ने कहा, "'द ट्रेटर्स' के लिए हमारी जितनी भी उम्मीदें थीं, शो ने उन सभी को पूरा किया है। खिलाड़ियों को विश्वासघात, रणनीति और अपनी सहज भावना के बीच खेलते देखना मनोविज्ञान का एक अच्छा पाठ था। उर्फी और निकिता अलग-अलग बैकग्राउंड से हैं, लेकिन दोनों ने मिलकर शो का सबसे बड़ा सवाल हल किया, जब विश्वास सबसे महत्वपूर्ण हो, तो किस पर विश्वास करें? दोनों ही जीतने की योग्य थीं और यह एक यादगार अनुभव रहा।"
उर्फी जावेद और निकिता लूथर ने 'द ट्रेटर्स' के पहले सीज़न में विजय प्राप्त की। उर्फी, जो 'बिग बॉस ओटीटी' के लिए भी जानी जाती हैं, ने अपने शो के अनुभव के बारे में कहा, "'द ट्रेटर्स' मेरे लिए अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण सफर रहा। यह भावनात्मक, मानसिक और शारीरिक रूप से थकाने वाला था। इस शो ने मुझे हर चीज और हर इंसान पर सवाल उठाने पर मजबूर किया और अपनी शक्ति पहचानने में मदद की।"
उर्फी ने कहा, "लोग मुझे एक ऐसी खिलाड़ी समझते थे जो अजीब है और ज्यादा बोलती है। लेकिन मैंने दिल से खेला और अपनी बुद्धिमत्ता और ईमानदारी दिखाई। मैंने कभी दिखावा नहीं किया और न ही डरकर खेला। मैं कभी पीछे नहीं हटी। 'द ट्रेटर्स' बेखौफ बोलने का एक मंच था। मैंने और निकिता ने मिलकर धोखेबाजों का असली चेहरा उजागर किया और उन्हें उनके ही खेल में हराया।"
'द ट्रेटर्स' शो में कुल 20 सेलिब्रिटी प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें अंशुला कपूर, अपूर्वा मखीजा, आशीष विद्यार्थी, एलनाज नौरोजी, हर्ष गुजराल, जन्नत जुबैर, जानवी गौर, जैस्मीन भसीन, करण कुंद्रा, लक्ष्मी मांचू, महिप कपूर, मुकेश छाबड़ा, निकिता लूथर, पूरव झा, रफ्तार, राज कुंद्रा, साहिल सलाथिया, सुधांशु पांडे, सूफी मोतीवाला और उर्फी जावेद जैसे नाम शामिल थे।