क्या 'द बंगाल फाइल्स' पश्चिम बंगाल में रिलीज नहीं हुई? समिक भट्टाचार्य का बयान

सारांश
Key Takeaways
- 'द बंगाल फाइल्स' फिल्म ने देशभर में विवाद पैदा किया है।
- पश्चिम बंगाल में फिल्म को प्रदर्शित नहीं किया गया।
- समिक भट्टाचार्य का कहना है कि यह फिल्म बंगाल की जनता देखेगी।
- पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।
- फिल्म में हिंदू नरसंहार की सच्चाई को उजागर किया गया है।
कोलकाता, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' शुक्रवार को पूरे देश में प्रदर्शित हुई। लेकिन, यह जानकारी सामने आई है कि पश्चिम बंगाल में इस फिल्म को किसी भी थिएटर में प्रदर्शित नहीं किया गया है।
कई थिएटर में इसके शो को आयोजित नहीं होने दिया गया। इस पर बीजेपी के नेता और पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इसे बंगाल की जनता देखेगी और बहुत अधिक देखेगी।
उन्होंने कहा, “फिल्म को बंगाल की जनता देखेगी और बहुत ज्यादा देखेगी। यूट्यूब पर देखेंगे, ओटीटी पर देखेंगे। किसी भी सिनेमा को और साहित्य को इस प्रकार दबाया नहीं जा सकता।”
वहीं दूसरी तरफ, मुंबई के कुछ थिएटर में भी फिल्म का पहला शो रद्द कर दिया गया। इसे लेकर दर्शकों ने काफी हंगामा किया था। इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।
'द बंगाल फाइल्स' की रिलीज से एक दिन पहले, फिल्म की प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम पत्र भी लिखा था। इसमें उन्होंने अपने संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करने और उनकी सुरक्षा की मांग की थी।
पल्लवी जोशी ने लिखा, “'द बंगाल फाइल्स' ट्रायोलॉजी की अंतिम फिल्म है, जो 5 सितंबर को प्रदर्शित हो रही है। यह डायरेक्ट एक्शन डे पर हुए हिंदू नरसंहार, नोआखली की भयावहता और विभाजन के दर्द की सच्चाई को उजागर करती है, जो वर्षों से दबी हुई थी। लेकिन पश्चिम बंगाल में सच्चाई पर शिकंजा कसा जा रहा है। फिल्म पूरी होने से कई वर्ष पहले मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) ने इसका मजाक उड़ाया था। तब से बेबुनियाद एफआईआर दर्ज की गईं। पुलिस ने हमारा ट्रेलर ब्लॉक कर दिया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि फिल्म को पश्चिम बंगाल में प्रदर्शित न होने देने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।