क्या मशहूर सिंगर किंग ने अपनी सफलता का राज़ साझा किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीखना कभी खत्म नहीं होता, हमेशा बेहतर लोगों के बीच रहना चाहिए।
- सफलता का राज़ केवल प्रतिभा में नहीं, बल्कि अनुभव में है।
- अपने विचारों को साझा करने में ईमानदारी रखें।
- हर गीत में एक कहानी होती है, जो लोगों को जोड़ती है।
- अकेलेपन को कम करने के लिए संगीत का सहारा लें।
मुंबई, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध गायक-गीतकार किंग को उनके हिट गानों जैसे 'मान मेरी जान', 'तू जाना ना पिया', और 'तू आके देख ले' के लिए जाना जाता है। वर्तमान में, वह म्यूजिक रियलिटी शो 'आई-पॉपस्टार' में एक मेंटर की भूमिका निभा रहे हैं।
एक विशेष इंटरव्यू में, किंग ने अपनी सफलता के पीछे की कहानी साझा की। उन्होंने कहा, "जब आप अपने व्यक्तित्व से दस गुना बड़ी जगहों में जाते हैं, तो आपको सीखने का अवसर मिलता है। ऐसे में, आप स्वाभाविक रूप से उन लोगों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश करते हैं। मैं हमेशा यह सुनिश्चित करता हूँ कि मैं इसे ऐसे ही बनाए रखूं।"
किंग ने आगे कहा, "मैं ऐसी जगहों पर नहीं जाता जहां कुछ फायदा न हो। जहाँ मैं सबसे बड़ा हूं, वहां विकास रुक जाता है। मैं उन लोगों के बीच रहना चाहता हूं जो मुझसे बेहतर हैं, क्योंकि यही विकास का तरीका है।"
इससे पहले, किंग ने अपनी एलबम 'शायद कोई ना सुने' जारी की थी और कहा था कि वह केवल चार्ट पर टॉप करने के लिए कुछ नहीं बनाना चाहते थे।
अपने एलबम के बारे में विचार साझा करते हुए, किंग ने कहा, "मैं ऐसा कुछ नहीं बनाना चाहता था जो केवल प्लेलिस्ट भरने वाला हो। मैं कुछ ऐसा बनाना चाहता था जो तब भी आपके साथ रहे जब कोई आसपास न हो।"
गायक ने बताया कि ये गीत उनके मन में लंबे समय से थे, लेकिन उन्होंने कभी खुलकर नहीं कहा। उन्होंने कहा, "ये कोई तराशे हुए विचार नहीं थे। मैंने इसे 'शायद कोई ना सुने' नाम दिया क्योंकि मुझे पता था कि शायद कोई इसे नहीं सुनेगा। अगर इन गीतों को सुनकर एक भी व्यक्ति थोड़ा कम अकेला महसूस करता है, तो मेरे लिए यही काफी है।"