क्या नीना गुप्ता को केंद्रीय मंत्री के विचार पसंद आए? वरिष्ठ नागरिकों को बूढ़ा नहीं, जेन जी प्लस कहें
सारांश
Key Takeaways
- वरिष्ठ नागरिकों को जेन जी प्लस कहें।
- सीआईआई का प्रमुख उद्देश्य वरिष्ठों के लिए नीतियों का निर्माण करना है।
- उम्र के भेदभाव को खत्म करना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री नीना गुप्ता ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक नई पहचान को बढ़ावा दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को बूढ़ा कहने के बजाय जेन जी प्लस कहना शुरू करना चाहिए।
इस इंस्टाग्राम वीडियो में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की सीनियर केयर समिति की एंबेसडर नीना ने कहा, "हमें बूढ़ा न कहें, हम जेन जी प्लस हैं।"
यह टिप्पणी केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के एक विशेष विचार से प्रेरित है, जो हाल ही में सीआईआई सीनियर केयर समिट में दिए गए थे। वीडियो में नीना ने इस नए शब्द को अपनाने की अपील की।
66 वर्षीय नीना गुप्ता ने बताया, "मैं सीआईआई सीनियर केयर समिट में गई थी। वहां मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात कही कि हमें अब किसी को बूढ़ा नहीं कहना है; हमें जेन जी प्लस कहना शुरू करना है। यह बात मुझे बहुत पसंद आई, इसलिए आज से हमें सीनियर सिटीजन नहीं, बल्कि जेन जी प्लस कहना चाहिए।"
सीआईआई सीनियर केयर समिट वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल, स्वास्थ्य और सामाजिक एकीकरण पर केंद्रित था। डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की असली ताकत सभी पीढ़ियों, जेन एक्स, वाई, जेड और उसके बाद की सामूहिक ऊर्जा में है। उन्होंने कहा, "वरिष्ठ नागरिकों को बूढ़ा कहना एक पुरानी सोच है। वे जेन जी प्लस हैं, जो अनुभव और ऊर्जा से भरे होते हैं। हमें पीढ़ियों के बीच सहयोग बढ़ाना चाहिए ताकि राष्ट्र निर्माण में सभी की भूमिका मजबूत हो।"
डॉ. जितेंद्र सिंह ने राष्ट्र निर्माण में सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए जेन एक्स, वाई और जेड के बीच अंतर-पीढ़ीगत तालमेल पर बल दिया है। इस विचार का उद्देश्य वरिष्ठों को सशक्त करना और उम्र के भेदभाव को समाप्त करना है। नीना गुप्ता इस भूमिका में सीआईआई के विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों को बढ़ावा दे रही हैं। सीआईआई की समिति का उद्देश्य उद्योग, सरकार और समाज के सहयोग से वरिष्ठों के लिए बेहतर नीतियां बनाना है।