क्या मेरी <b>गर्ल गैंग</b> के साथ होने पर कोई पल <b>बोरिंग</b> नहीं होता?
सारांश
Key Takeaways
- दोस्तों के साथ बिताया गया समय जीवन को खास बनाता है।
- सामाजिक संबंध और प्यार जीवन में खुशी लाते हैं।
- शबाना आजमी का जीवन हमें प्रेरित करता है।
मुंबई, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म इंडस्ट्री की प्रमुख अभिनेत्री शबाना आजमी जीवन को पूर्णता से जीने और हर क्षण का आनंद लेने में यकीन रखती हैं। वह न केवल अपने कैरियर में, बल्कि अपने निजी जीवन में भी खुशियों और प्यार को बहुत महत्व देती हैं। उनके जीवन के प्रति यह दृष्टिकोण उनके सोशल मीडिया पोस्ट और उनके दोस्तों के साथ बिताए गए क्षणों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
शबाना का मानना है कि दोस्तों के साथ समय बिताना और उनकी उपस्थिति में हर क्षण को खास बनाना ही असली खुशी है।
बुधवार को शबाना ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उनकी 'गर्ल गैंग' मस्ती करती हुई दिखाई दे रही है। इस वीडियो में शबाना ख़ुद नहीं थीं, लेकिन उनकी दोस्त दिव्या दत्ता, विद्या बालन, संध्या मृदुल, तन्वी आजमी और शहाना गोस्वामी हर क्षण का आनंद लेते हुए दिखाई दीं।
वीडियो के कैप्शन में शबाना ने लिखा, ''जब मेरी गर्ल गैंग साथ होती है तो कोई भी पल बोरिंग नहीं होता। बेशक मैं इस वीडियो में नहीं हूं, लेकिन मैं इस गैंग का हिस्सा हूं। मेरी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए धन्यवाद।''
इस साल दीपावली पर शबाना ने एक विशेष पार्टी आयोजित की थी, जिसमें कोंकणा सेन शर्मा, विद्या बालन, दीया मिर्जा, ऋचा चड्ढा, अली फजल, शहाना गोस्वामी, दिव्या दत्ता, और तन्निष्ठा चटर्जी जैसे कलाकारों ने भाग लिया था।
शबाना के पति और प्रसिद्ध लेखक जावेद अख्तर भी इस पार्टी में मौजूद थे। शबाना ने इन यादगार क्षणों की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं, जिन्होंने फैंस का ध्यान खींचा।
शबाना ने इस पार्टी को लेकर लिखा, ''यह 'ढेर सारा प्यार' ग्रुप का खुशियों भरा संगम है। उर्मिला मातोंडकर और संध्या मृदुल, हमने तुम्हें मिस किया।''
यदि हम शबाना आजमी की बात करें, तो उनके पिता कैफी आजमी मशहूर शायर और गीतकार थे और मां शौकत आजमी थिएटर की जानी-मानी कलाकार थीं। कॉलेज के दिनों में उन्होंने अपने सीनियर फारूख शेख के साथ एक हिंदी थिएटर ग्रुप बनाया और कई प्रतियोगिताएं जीतीं।
बाद में एफटीआईआई में पढ़ाई के दौरान उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने लगे, लेकिन लोकप्रियता उन्हें श्याम बेनेगल की फिल्म 'अंकुर' से हासिल हुई। इस फिल्म ने शबाना आजमी को भारतीय सिनेमा की सफल अभिनेत्रियों की सूची में खड़ा कर दिया।