क्या 'तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी' दर्शकों को प्रभावित कर पाई?
सारांश
Key Takeaways
- फिल्म का शीर्षक काफी कंफ्यूजिंग है।
- कई दर्शकों ने फिल्म को स्लो और बोरिंग
- फिल्म में कुछ गाने और लोकेशन्स अच्छी हैं।
- कहानी में कोई नई बात नहीं है।
- कार्तिक और अनन्या की केमिस्ट्री कमजोर है।
मुंबई, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे की फिल्म 'तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी' को गुरुवार को क्रिसमस पर रिलीज किया गया। फिल्म पर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं।
कई दर्शकों ने फिल्म को इसके शीर्षक की तरह ही कंफ्यूजिंग और बहुत स्लो बताया। उनका कहना है कि फिल्म में कुछ नया नहीं है, सिवाय गानों के।
एक दर्शक ने कहा कि फिल्म बोरिंग है और कार्तिक आर्यन की एक्टिंग के बारे में भी अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा कि फिल्म का नाम ही अजीब है और फिल्म उससे कहीं अधिक अजीब है। कार्तिक की परफॉर्मेंस में कुछ खास नहीं है; कभी वह अक्षय कुमार बनते हैं, तो कभी गोविंदा। सब कुछ कॉपी जैसा लगता है और अनन्या की एक्टिंग भी धीमी थी। सबसे बड़ी कमी यह रही कि दोनों के बीच कोई केमिस्ट्री नहीं दिखी।
दूसरे दर्शक ने कहा कि फिल्म बहुत स्लो है और इसका पहला आधा भाग डीडीएलजे की याद दिलाता है, जहाँ हीरो और हीरोइन मिलते हैं। इसे परिवार के साथ देखा जा सकता है। दो गाने अच्छे हैं और गोवा की लोकेशन्स भी आकर्षक हैं।
कुछ दर्शकों ने बताया कि फिल्म में सतही कॉमेडी दिखाई गई है, जिसकी आवश्यकता नहीं थी। कुछ सीन कहानी से जुड़ नहीं पा रहे थे। एक दर्शक ने कहा कि फिल्म का पहला भाग बहुत स्लो और बोरिंग है, जबकि कुछ सीन को फनी बनाने के लिए सतही कॉमेडी का सहारा लिया गया है। डायलॉग भी कमजोर हैं और कार्तिक की एक्टिंग भी खास नहीं है। इमोशनल सीन भी आपस में जुड़ नहीं पा रहे थे।
एक अन्य दर्शक ने कहा कि फिल्म की कहानी में कोई मेहनत नहीं दिखाई गई। यह पुरानी रोमकॉम की बुनियादी लव स्टोरी दर्शाती है, जिसमें लड़का-लड़की मिलते हैं और प्यार हो जाता है। फिल्म की कहानी और डायलॉग दोनों ही कमजोर लगे।