क्या मैकलीन स्टीवेंसन: छोटे पर्दे का बड़ा सितारा जिद्द में आकर स्टारडम गंवा दिया?

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क्या मैकलीन स्टीवेंसन: छोटे पर्दे का बड़ा सितारा जिद्द में आकर स्टारडम गंवा दिया?

सारांश

मैकलीन स्टीवेंसन ने एम.ए.एस.एच में अपने किरदार से दर्शकों का दिल जीता, लेकिन एक जिद्दी फैसले ने उनकी किस्मत बदल दी। जानें उनकी कहानी और कैसे उन्होंने स्टारडम खोया।

Key Takeaways

  • मैकलीन स्टीवेंसन ने एम.ए.एस.एच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • जिद्दी फैसले ने उनकी करियर की दिशा को बदल दिया।
  • शो छोड़ने के बाद वे गुमनामी में चले गए।
  • उनकी कहानी से हमें अपने निर्णयों के परिणामों का सामना करने की सीख मिलती है।

नई दिल्ली, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। 1970 के दशक में अमेरिकी टेलीविजन पर एक प्रसिद्ध सीरीज प्रसारित होती थी — एम.ए.एस.एच। इस युद्ध पर आधारित व्यंग्यात्मक नाटक में मैकलीन स्टीवेंसन ने लेफ्टिनेंट कर्नल हेनरी ब्लेक का महत्वपूर्ण किरदार निभाया। उनके शांत स्वभाव, मानवीय संवेदनाओं और हल्के हास्य ने शो में जान डाल दी थी।

दर्शकों के बीच उनकी छवि एक अपने जैसे बन गई थी। लेकिन 1975 में, जब शो अपनी ऊंचाइयों पर था, स्टीवेंसन ने एक ऐसा निर्णय लिया जिसने उनकी जिंदगी को पलट कर रख दिया। उन्होंने शो छोड़ने का निश्चय किया। 14 नवंबर 1927 को अमेरिका में जन्मे इस अभिनेता ने तेजी से शोहरत पाई, लेकिन उतनी ही तेजी से वे नीचे भी गिर गए।

उनका यह मानना था कि एम.ए.एस.एच में उन्हें उतना महत्व नहीं मिल रहा था, जितना शो के अन्य कलाकारों को मिल रहा था, और इसलिए वे नए अवसरों की तलाश में निकल पड़े। प्रोड्यूसरों ने उन्हें चेतावनी दी कि यह कदम उनके करियर के लिए खतरनाक हो सकता है, लेकिन स्टीवेंसन ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं उड़ान भरना चाहता हूं।”

जब शो में एक विमान दुर्घटना में उनके किरदार की मृत्यु दिखाई गई, तो लाखों अमेरिकी दर्शकों के दिल टूट गए। यह वह एपिसोड था जिसने टीवी इतिहास में सबसे अधिक दर्शकों को रुलाया। लेकिन उस दिन असली दुख मैकलीन स्टीवेंसन की निजी जिंदगी में शुरू हुआ।

शो छोड़ने के बाद उन्होंने कई अन्य सीरीज कीं — हैलो, लैरी, द मैकलीन स्टीवेंसन शो — लेकिन इनमें से कोई भी सफल नहीं हो पाई। जो व्यक्ति एक समय में घर-घर का नाम था, वह धीरे-धीरे गुमनामी में चला गया। इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मुझे पछतावा है कि मैंने एम.ए.एस.एच छोड़ा। शायद वहीं रहना मेरी किस्मत थी।” यह वाक्य उनके फैंस के दिलों में हमेशा गूंजता रहा।

व्यावसायिक असफलता के साथ-साथ उनका स्वास्थ्य भी बिगड़ने लगा। 1996 में, कैलिफोर्निया के एक होटल में हृदयाघात से उनका निधन हो गया। संयोग यह था कि उनकी मृत्यु से एक दिन पहले उसी शो के दूसरे अभिनेता रोजर बोवेन, जिन्होंने फिल्म संस्करण में वही रोल निभाया था, उनका भी निधन हो गया। जैसे हेनरी ब्लेक का किरदार जीवन में दोनों रूपों में एक ही अंत लेकर आया हो।

Point of View

हमें याद रखना चाहिए कि कला और मनोरंजन की दुनिया में सफलता और असफलता एक दूसरे के पूरक होते हैं। मैकलीन स्टीवेंसन की कहानी एक महत्वपूर्ण सबक देती है कि कभी-कभी हमें अपने फैसलों के परिणामों का सामना करना पड़ता है।
NationPress
13/11/2025