क्या मैथिली ठाकुर ने छठ पर्व से पहले भक्ति गीत 'छठ की महिमा' रिलीज किया?

सारांश
Key Takeaways
- मैथिली ठाकुर का नया भक्ति गीत 'छठ की महिमा' छठ महापर्व के महत्व को उजागर करता है।
- गीत में बिहार-झारखंड की लोक संस्कृति की झलक है।
- मैथिली का यह प्रयास सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का है।
- सोशल मीडिया पर गीत को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
- गीत को सनराइज मसाले के यूट्यूब चैनल पर सुना जा सकता है।
मुंबई, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी और प्रख्यात लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने छठ महापर्व से पूर्व अपने प्रशंसकों को एक विशेष उपहार प्रदान किया है। उन्होंने मंगलवार को अपना नया भक्ति गीत ‘छठ की महिमा’ जारी किया है।
यह गाना छठ महापर्व की आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है। मैथिली ने इस गीत को इंस्टाग्राम पर साझा करते हुए अपने प्रशंसकों से इसे सुनने और अपनी राय देने की अपील की है।
मैथिली ने पोस्ट में लिखा, "मैं बहुत खुश हूं कि इस बार छठ महापर्व पर आप सबके साथ साझा कर रही हूं अपना नया गीत ‘ऊर्जा का वरदान - छठ की महिमा’। इस गीत में छठ की कहानियां, लोक कथाओं का संगीत और हमारी सांस्कृतिक परंपराओं की मिठास समाई है। यह गीत मेरे दिल के बहुत करीब है।"
उन्होंने अपने प्रशंसकों से अनुरोध किया कि वे इस गीत को सनराइज मसाले के यूट्यूब चैनल पर अवश्य सुनें।
इस गीत में मैथिली ने अपनी मधुर और मनमोहक आवाज से छठ पूजा की महत्ता को जीवंत किया है। गीत के बोल और संगीत दीपक ठाकुर ने तैयार किए हैं, जबकि इसका प्रोडक्शन स्नेयर स्टूडियो ने किया है। इस गीत में छठ पूजा की पौराणिक कथाएं, भक्ति भाव और बिहार-झारखंड की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।
यह गीत मैथिली के सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है। मैथिली ने इसे अपनी सांस्कृतिक जड़ों के प्रति समर्पण बताया और कहा कि यह उनके लिए बेहद खास है।
छठ पूजा, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है, सूर्य देव और छठी मैया की उपासना का पर्व है। यह गीत इस पर्व की महिमा को गहराई से उजागर करता है।
मैथिली के प्रयास को उनके प्रशंसक खूब सराह रहे हैं और सोशल मीडिया पर गीत को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।