क्या वीरता पुरस्कारों के लिए अधिसूचना जारी की गई है? सूची में ऑपरेशन सिंदूर के वीरों के नाम शामिल हैं

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को मान्यता मिली है।
- केंद्र सरकार ने सशस्त्र बलों के लिए वीरता पुरस्कारों की घोषणा की।
- राष्ट्रपति ने 127 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है।
- सैन्य कर्मियों के साहस को सराहा गया है।
- यह पुरस्कार राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सरकार ने सैन्य पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार जारी पुरस्कार विजेताओं की सूची में तीनों सेनाओं के जवानों के नाम शामिल हैं। विशेष रूप से, इस सूची में उन जवानों के नाम भी हैं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर समेत अन्य महत्वपूर्ण अभियानों में अद्वितीय भूमिका निभाई है।
हाल ही में, केंद्र सरकार ने एक राजपत्र अधिसूचना जारी की है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर सहित विभिन्न अभियानों में वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले रक्षा बलों के प्रशस्ति पत्रों को अधिसूचित किया गया है। राजपत्र में शामिल वीरता पुरस्कार के प्रशस्ति पत्र मुख्यतः भारतीय वायु सेना और भारतीय थल सेना के कर्मियों के हैं।
सरकार द्वारा जारी की गई सूची में सेना के विशेष बलों, राष्ट्रीय राइफल्स, गोरखा रेजिमेंट, राजपूताना राइफल्स, डोगरा रेजिमेंट, सिख रेजिमेंट, गढ़वाल राइफल्स, मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री और आर्टिलरी जैसे कई प्रतिष्ठित यूनिटों के अधिकारी एवं जवान शामिल हैं। इसके अलावा, नौसेना और वायुसेना के कई पायलटों, कमांडरों और तकनीकी स्टाफ को उनके साहसिक अभियानों और मिशनों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
अधिसूचना में यह भी बताया गया कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें 4 कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, 02 बार सेना पदक (वीरता), 58 सेना पदक (वीरता), 06 नौसेना पदक (वीरता), 26 वायु सेना पदक (वीरता), 07 सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक, 09 उत्तम युद्ध सेवा पदक, और 24 युद्ध सेवा पदक शामिल हैं।
इसके साथ ही, राष्ट्रपति ने 290 मेंशन-इन-डिस्पैच को भी मंजूरी दी है: भारतीय सेना के 115, भारतीय नौसेना के 05, भारतीय वायु सेना के 167, और सीमा सड़क विकास बोर्ड के 03 कर्मी।