क्या 'मरना तो है' कहकर इतनी मेहनत करने का क्या मतलब है?, मिलिंद सोमन का जवाब

सारांश
Key Takeaways
- मिलिंद सोमन का फिटनेस सफर प्रेरणा का स्रोत है।
- उन्होंने 90 किलोमीटर साइकिल चलाने और 20 किलोमीटर दौड़ने का अद्भुत रिकॉर्ड बनाया।
- उनका मानना है कि जीवन का असली मतलब अपनी ताकत को जानना है।
- फिटनेस केवल शारीरिक नहीं, मानसिक स्वास्थ्य का भी हिस्सा है।
- उनकी कहानी हमें सक्रिय रहने और जीवन का आनंद लेने के लिए प्रेरित करती है।
मुंबई, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता और फिटनेस आइकन मिलिंद सोमन इस समय 'फिट इंडिया रन' के अंतर्गत मुंबई से गोवा तक की चुनौतीपूर्ण यात्रा पर हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस दौड़ के दूसरे और तीसरे दिन की गतिविधियों और अनुभवों को साझा किया। मिलिंद ने बताया कि वह प्रतिदिन 90 किलोमीटर साइकिल चला रहे हैं और 20 किलोमीटर दौड़ भी रहे हैं। इस यात्रा के दौरान उन्हें लगातार पहाड़ी इलाकों से गुजरना पड़ रहा है।
मिलिंद सोमन ने इंस्टाग्राम पर अपनी कुछ तस्वीरें और वीडियो साझा किए, जिनमें उनकी पत्नी अंकिता कोंवर भी साथ नजर आईं। उन्होंने खुलासा किया कि वह प्रतिदिन 90 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं और 20 किलोमीटर दौड़ लगाते हैं।
अपडेट देते हुए मिलिंद सोमन ने लिखा, "दूसरे और तीसरे दिन में बस पहाड़ ही पहाड़ थे, एक घाट के बाद दूसरा घाट। लगातार 3 दिन तक रोज 90 किलोमीटर साइकिल चलाई और 20 किलोमीटर दौड़ लगाई। काफी अच्छा लग रहा है!"
उन्होंने एक ऐसा सवाल भी बताया जो लोग अक्सर उनसे पूछते हैं, "इतनी मेहनत क्यों करते हो, जब मरना तो एक दिन सबको है?"
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "रास्ते में मैं कई लोगों से मिलता हूं, उनके साथ सेल्फी लेते हुए पुशअप्स भी करता हूं। लोग पूछते हैं कि इतना क्यों करते हो? मरना ही तो है, लेकिन मेरा मानना है कि अगर मैंने हर उम्र में अपने शरीर और दिमाग की ताकत को पूरी तरह नहीं जाना, तो मैंने असली जिंदगी नहीं जी और भगवान ने जो ताकत दी है, उसके लिए मैंने कृतज्ञता भी नहीं दिखाई।"
बता दें कि मिलिंद सोमन और उनकी पत्नी अंकिता कोंवर को हाल ही में 'साल की सबसे फिट जोड़ी' का खिताब मिला। इस सम्मान पर बात करते हुए, 'फोर मोर शॉट्स प्लीज' में नजर आए मिलिंद ने कहा कि 15 साल पहले ऐसा अवॉर्ड मिलना तो सोचा भी नहीं जा सकता था। पहले लोग ऐसे विषय पर ध्यान ही नहीं देते थे।