क्या पंकज धीर 'महाभारत' की शूटिंग के दौरान अपनी आंखें गंवाने से बचे थे?

सारांश
Key Takeaways
- पंकज धीर का जीवन भारतीय टेलीविजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
- उन्होंने 'महाभारत' में कर्ण की भूमिका निभाई थी।
- उनकी आंखों को गंभीर चोट लगने से बचाने की कहानी प्रेरणादायक है।
- शूटिंग के दौरान उन्होंने अद्वितीय साहस का परिचय दिया।
- उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
मुंबई, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता पंकज धीर का बुधवार को निधन हो गया। जानकारी के अनुसार, वह कैंसर से ग्रस्त थे।
पंकज धीर को बीआर चोपड़ा के प्रसिद्ध धारावाहिक ‘महाभारत’ में कर्ण की भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने इस किरदार को छोटे पर्दे पर जीवंत किया था। इस धारावाहिक की शूटिंग के दौरान एक दृश्य में उनकी आंखों को गंभीर चोट लगने से बचने की कहानी उन्होंने स्वयं एक इंटरव्यू में साझा की थी।
उन्होंने कहा था, "सीरियल के लिए कर्ण और अर्जुन के बीच युद्ध का दृश्य शूट हो रहा था। तीर को मेरे धनुष को छूकर टूटना था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण तीर मेरी आंख के कोने में लग गया। जब तीर निकाला गया, तो खून बहने लगा। मुझे बस यह सुनाई दे रहा था कि 'पंकज धीर अंधा हो गया है।' और मैं सोच रहा था कि मेरा करियर अभी शुरू हुआ है, मुझे क्या हुआ है?"
उन्होंने आगे बताया, "शूटिंग फिल्म सिटी में हो रही थी, और उस समय वहां कोई डॉक्टर नहीं था। मुझे एक छोटी सी डिस्पेंसरी में ले जाया गया, जहां एक वृद्ध डॉक्टर ने मुझे इंजेक्शन दिए, टांके लगाए, और मेरी आंख पर पट्टी बांधी।"
लेकिन पंकज धीर को आराम करने का समय नहीं मिला। थोड़ी ही देर बाद बीआर चोपड़ा के बेटे रवि चोपड़ा का फोन आया, जिसने शूटिंग जारी रखने का आदेश दिया, क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता तो आगे का एपिसोड प्रसारित नहीं हो पाता।
इसी कारण, न चाहते हुए भी पंकज धीर को शूटिंग करनी पड़ी। शूटिंग के दौरान उनकी आंख पर लगी पट्टी न दिखे, इसके लिए एक उपाय निकाला गया। उन्होंने कहा, "उन्होंने मेरे चेहरे के एक तरफ से शूट किया और मेरी पट्टी को छोटा कर दिया, इस तरह मैंने वह दृश्य पूरा किया।"
एक इंटरव्यू में पंकज धीर ने बताया कि 'महाभारत' में उनके किरदार के लिए प्रति एपिसोड 3000 रुपए का भुगतान किया जाता था।