क्या पौराणिक कथाएं हमारी संस्कृति में गहराई से बसी हैं? : जितिन गुलाटी

सारांश
Key Takeaways
- पौराणिक कथाएं हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं।
- फिल्म 'मां' सांस्कृतिक लोक कथाओं और आधुनिक तकनीक का मिश्रण है।
- काजोल एक शक्तिशाली योद्धा के रूप में नजर आएंगी।
- फिल्म का पोस्टर दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बना है।
- अजय देवगन और ज्योति देशपांडे का निर्माण इस फिल्म को खास बनाता है।
मुंबई, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता जितिन गुलाटी अपनी नई फिल्म 'मां' की रिलीज़ को लेकर बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि इस फिल्म में सांस्कृतिक रूप से समृद्ध लोक कथाओं को अत्याधुनिक वीएफएक्स के साथ जोड़ा गया है।
फिल्म 'काला' और सीरीज़ 'बंबई मेरी जान' में अपने प्रदर्शन के लिए मशहूर, जितिन अब काजोल के साथ 'मां' में नजर आएंगे। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मैं अपने किरदार को दर्शकों के सामने लाने के लिए उत्सुक हूं, लेकिन जो मुझे वास्तव में रोमांचित करता है, वह है पूरी फिल्म। यह एक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध लोककथा है, जिसमें मुझे विश्वास है कि दर्शकों को यह बहुत पसंद आएगी।"
जितिन ने कहा कि पुरानी हॉरर फिल्मों में दमदार और असरदार अभिनय देखने को मिलता था, क्योंकि हमारी पौराणिक कथाएं हमारी संस्कृति के ताने-बाने में गहराई से समाई हुई हैं।
विशाल फुरिया के निर्देशन में बनी फिल्म 'मां' पौराणिक कथाओं और प्रेम के विषयों पर आधारित एक इमोशनल कहानी है। पावरहाउस नामों के साथ, इस फिल्म ने पहले ही अपनी समृद्ध कहानी के लिए चर्चा बटोरना शुरू कर दिया है।
फिल्म का पोस्टर भी जारी किया गया है, जिसमें काजोल को एक शक्तिशाली योद्धा के रूप में प्रस्तुत किया गया है। पोस्टर में, दो पात्रों के बीच एक भयंकर टकराव को दर्शाया गया है, जिसमें एक राक्षस नजर आ रहा है, जिसकी आंखें लाल और त्वचा झुलसी हुई है, जबकि काजोल उस राक्षस का सामना कर रही हैं।
फिल्म का निर्माण अजय देवगन और ज्योति देशपांडे ने किया है। इस फिल्म में इंद्रनील सेनगुप्ता, रोनित रॉय, प्रभु देवा, नसीरुद्दीन शाह, संयुक्ता, जीशु सेनगुप्ता, आदित्य सील, प्रमोद पाठक और छाया कदम भी शामिल हैं।