क्या पुणे के पालखी समारोह में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- पालखी समारोह में चोरियों की बढ़ती घटनाएं।
- पुलिस की तत्परता से गिरोह का भंडाफोड़।
- 24 लाख रुपये के चोरी के सामान की बरामदगी।
- आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू।
- मोबाइल और गहनों के मालिकों की तलाश।
पुणे, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित पालखी समारोह के दौरान चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इस कार्रवाई में करीब 24 लाख रुपये की संपत्ति भी बरामद की गई है।
संत ज्ञानेश्वर महाराज और संत तुकाराम महाराज की पालखी यात्रा के समय पुणे शहर में बड़ी संख्या में वारकरी और श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। इस भीड़ का लाभ उठाकर मोबाइल फोन और महिलाओं के गहने चुराने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पुणे क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया। इस दौरान छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 और 6 की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर गश्त के दौरान इन चोरों को पकड़ा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चांदनी शक्ति कांबले (32), रीटा उर्फ गंगा नामदेव कांबले (35), बबीता सुरज उपाध्ये (57), पूजा धीरज कांबले (35), गणेश विलास जाधव (30) और अरबाज नौशाद शेख (19, झारखंड) शामिल हैं। इनके साथ एक 17 वर्षीय नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है।
इनके पास से 22.5 तोला वजनी सोने के गहने (मूल्य 19,41,310 रुपये) और 14 मोबाइल हैंडसेट (मूल्य 4,50,000 रुपये) बरामद किए गए हैं, जिससे कुल 23,91,130 रुपये का चोरी का माल मिला है।
इन सभी आरोपियों के खिलाफ हडपसर, वानवड़ी और लोणी कालभोर पुलिस थानों में मामले दर्ज किए गए हैं। मोबाइल और गहनों के वास्तविक मालिकों की तलाश पुलिस कर रही है।
पालखी यात्रा के दौरान जिन नागरिकों के मोबाइल या महिलाओं के गहने चोरी हुए हैं, उनसे हडपसर या वानवड़ी पुलिस स्टेशन से संपर्क करने की अपील की गई है।
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त रंजनकुमार शर्मा, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) पंकज देशमुख और उपायुक्त (अपराध) निखिल पिंगळे के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की टीमों ने अंजाम दी।