क्या पंजाबी संगीत जगत ने अपने प्रिय गुरु को खो दिया? मशहूर गायक मास्टर सलीम के पिता पूरन शाह कोटी का निधन
सारांश
Key Takeaways
- पूरन शाह कोटी का निधन पंजाबी संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
- उन्होंने कई दिग्गज गायकों को प्रशिक्षित किया और सफलता दिलाई।
- मास्टर सलीम ने अपने पिता को हमेशा अपने सफलता का श्रेय दिया।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाबी संगीत और कला की दुनिया से एक अत्यंत दुखद समाचार सामने आया है। प्रसिद्ध गायक मास्टर सलीम के पिता और सम्मानित संगीत गुरु पूरन शाह कोटी का 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि संपूर्ण संगीत जगत के लिए भी अपरिमेय क्षति है। पूरन शाह कोटी ने अपने जीवन में संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण दिशा प्रदान की और कई प्रमुख कलाकारों को प्रशिक्षण देकर उन्हें सफलता के शिखर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सूत्रों के अनुसार, पूरन शाह कोटी पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनकी तबीयत में लगातार गिरावट आई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें जालंधर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनके निधन की सूचना पर परिवार सहित पूरे पंजाबी संगीत समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई।
पूरन शाह कोटी का पंजाबी संगीत में योगदान अत्यधिक महत्व रखता है। उन्होंने मास्टर सलीम को बचपन से ही संगीत के प्रति प्रेरित किया और हर कठिनाई में उनका हौसला बढ़ाया। मास्टर सलीम ने कई बार मंच पर यह स्वीकार किया है कि उनके पिता का आशीर्वाद और मार्गदर्शन ही उनकी सफलता का सबसे बड़ा कारण रहा है।
पूरन शाह कोटी ने कई प्रसिद्ध गायकों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने हंसराज हंस और जसबीर जस्सी जैसे दिग्गज गायकों को तैयार किया। इसके अलावा, बब्बू मान को भी शुरुआती चरण में मार्गदर्शन और मंच प्रदान किया, जिसने उन्हें पहचान दिलाई और वे संगीत जगत में स्वयं को स्थापित कर सके।
पूरन शाह कोटी का जीवन और उनके संगीत के क्षेत्र में दिया गया योगदान हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा। उनका जाना संगीत की दुनिया के लिए एक अपरिमेय क्षति है। उनके द्वारा प्रशिक्षित कलाकार उनके योगदान की गाथा को आगे बढ़ाते रहेंगे।