क्या ‘बिंदिया के बाहुबली’ की खासियत इसके सीन्स की बारीकियों में छिपी है?

सारांश
Key Takeaways
- कहानी में संवेदनशीलता का अद्भुत मिश्रण है।
- संवाद की प्रक्रिया सूक्ष्मता से प्रस्तुत की गई है।
- हर किरदार के पास नया ज्ञान देने का अवसर है।
- मज़ेदार परिस्थितियाँ स्वाभाविक रूप से हास्य उत्पन्न करती हैं।
- रणवीर शौरी का प्रभावी अभिनय कहानी को और भी रोचक बनाता है।
मुंबई, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता रणवीर शौरी की नई सीरीज ‘बिंदिया के बाहुबली’ हाल ही में दर्शकों के सामने आई है। यह कहानी दावन परिवार की है, जो सत्ता की लड़ाई में उलझा हुआ है। इस सीरीज में सौरभ शुक्ला, रणवीर शौरी, सीमा बिस्वास, सुशांत सिंह और शीबा चड्ढा जैसे प्रमुख कलाकार हैं।
रणवीर शौरी ने इस सीरीज में छोटे दावन का किरदार निभाया है। उन्होंने राष्ट्र प्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि यह सीरीज अन्य क्राइम-ड्रामा से अलग है।
रणवीर ने कहा, "इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी संवेदनशीलता है। यह एक ऐसा दृष्टिकोण है जो इसे अन्य सीरीज से अलग बनाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "इस क्राइम और फैमिली ड्रामा में संवाद की प्रक्रिया को सूक्ष्म रूप से दर्शाया गया है। इसकी असली खूबसूरती इसके सीन्स की बारीकियों में छिपी है।"
इस अभिनेता ने कहा, "कहानी में हास्य स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होता है। इसे जबरदस्ती नहीं डाला गया है, बल्कि माहौल ही ऐसा है कि बातचीत और हालात अपने आप मजेदार बन जाते हैं। हर किरदार के पास कुछ न कुछ नया और ज्ञानवर्धक देने के लिए है, और यही इस पूरी कहानी का महत्वपूर्ण पहलू है।"
‘बिंदिया के बाहुबली’ का निर्देशन राज अमित कुमार ने किया है। कहानी में टर्निंग पॉइंट तब आता है, जब एक चुनाव प्रचार के दौरान एक माफिया डॉन को गिरफ्तार किया जाता है, और इसके बाद परिवार वाले सत्ता के लिए नई रणनीतियाँ बनाने लगते हैं।
रणवीर शौरी एक उत्कृष्ट अभिनेता हैं। उन्होंने 2002 में ‘एक छोटी सी लव स्टोरी’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने ‘जिस्म’, ‘लक्ष्य’, ‘हनीमून ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘सिंह इज किंग’, ‘एक था टाइगर’, ‘अंग्रेजी मीडियम’, ‘खोसला का घोसला’ और ‘टाइगर 3’ जैसी कई सफल फिल्मों में काम किया है।
वे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी कई महत्वपूर्ण फिल्मों और सीरीज में नजर आ चुके हैं।