क्या 'साराभाई वर्सेस साराभाई' के साथी कलाकारों ने गाना गाकर सतीश शाह को अंतिम विदाई दी?
सारांश
Key Takeaways
- सतीश शाह का निधन मनोरंजन जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है।
- 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में उनके किरदार ने उन्हें लोकप्रिय बनाया।
- उनके सहकलाकारों ने भावुकता से उन्हें विदाई दी।
- शो का गाना एक श्रद्धांजलि के रूप में गाया गया।
- सतीश शाह का करियर कई दशकों तक फैला हुआ था।
दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के प्रसिद्ध अभिनेता सतीश शाह रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके अंतिम दर्शन हेतु बॉलीवुड और टीवी की कई नामी हस्तियां श्मशान घाट पर उपस्थित हुईं।
सतीश शाह के ऑनस्क्रीन बेटे का किरदार निभाने वाले अभिनेता राकेश कुमार ने अंतिम संस्कार का एक वीडियो साझा किया, जिसमें उनके सहकर्मी 'साराभाई वर्सेस साराभाई' का गाना गाते हुए दिखाई दे रहे हैं और सभी की आंखों में आंसू हैं।
टीवी कॉमेडी शो 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में सतीश शाह के बेटे रोसेश का रोल राकेश कुमार ने निभाया था। अभिनेता को सतीश शाह के अंतिम संस्कार के दौरान बहुत भावुक देखा गया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड किया, जिसमें रुपाली गांगुली, सुमित राघवन, देवेन भोजानी और अन्य लोग भी शामिल हैं। वीडियो के कैप्शन में राकेश ने लिखा, "अंतिम अलविदा…साराभाई गाने के बिना यह पूरा नहीं हो सकता था… इंदु अमर रहे… काका, क्या आपने सुना… मैंने भी गाने की कोशिश की।"
हालांकि सभी कलाकार गाना गा रहे थे, लेकिन सभी की आंखों में आंसू थे। शो का यह गाना सतीश को एक संपूर्ण और भावपूर्ण श्रद्धांजलि है।
सिडकॉम 'साराभाई वर्सेस साराभाई' एक अत्यंत प्रसिद्ध शो था, जो 2004 में प्रसारित हुआ था। शो में सतीश शाह ने इंदु का किरदार निभाया था।
माया (रत्ना पाठक शाह) उनकी पत्नी बनी थीं। इंदु शुगर के मरीज थे और अपने ही बेटे रोसेश को परेशान करते थे। रोसेश को कविता लिखने और पढ़ने का शौक था और इंदु हमेशा उन्हें नाराज कर देते थे, जिससे वह घर छोड़कर चले जाते थे। यह शो इतना हिट हुआ कि 2017 में "साराभाई वर्सेस साराभाई: टेक 2" लाया गया, जिसे हॉटस्टार पर स्ट्रीम किया गया।
सतीश शाह ने न केवल छोटे पर्दे पर बल्कि फिल्मों में भी काम करके दर्शकों का दिल जीता। उनका करियर 1970 में आई फिल्म 'भगवान परशुराम' से शुरू हुआ, उसके बाद वह 1978 में आई फिल्म 'अजीब दास्तान' में नजर आए। दोनों ही फिल्मों में उन्होंने काम किया लेकिन पहचान नहीं मिली। 1983 की फिल्म 'जाने भी दो यारों' में काम करते हुए सतीश शाह को इंडस्ट्री में पहचाना जाने लगा और वह जल्द ही कॉमेडी किंग बन गए।