क्या एक्टर सयाजी शिंदे ने लगाए 75 नए पौधे और जुटाए 10 हजार का लक्ष्य?

सारांश
Key Takeaways
- सयाजी शिंदे ने 75 पौधे लगाए हैं।
- उनका लक्ष्य 10 हजार पौधे लगाना है।
- पौधरोपण अभियान में सक्रियता से जुड़े हुए हैं।
- पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहे हैं।
- उनका जन्म साखरवाड़ी गांव में हुआ।
मुंबई, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। हिंदी, मराठी और साउथ की कई सफल फिल्मों में काम कर चुके एक्टर सयाजी शिंदे पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दिखाते रहते हैं। शनिवार को उन्होंने 75 नए पौधे लगाए और बताया कि उनका लक्ष्य 10 हजार पौधे लगाने का है।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि उन्हें हरियाली और पर्यावरण की देखभाल करने में सुकून मिलता है।
सयाजी ने कहा, “पिछली बार हमने बीड जिले के पल्लवन में पौधे लगाए थे और रामगढ़ में भी पौधे लगाए, जो सफल रहे। इस खुशी में हमने 75 नए पौधे लगाए। अभी रामगढ़ में लगभग 10 हजार पौधे लगाने बाकी हैं, हमारा लक्ष्य 10 हजार पौधे लगाने का है।”
सयाजी शिंदे कुछ वर्षों से पौधरोपण अभियान में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उनके एनजीओ ने कई पौधे लगाए हैं। महाराष्ट्र के सतारा जिले के साखरवाड़ी नामक छोटे से गांव में जन्मे सयाजी ने अपने गांव में भी 10 हजार से ज्यादा पौधे लगाए हैं।
सयाजी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत मराठी थिएटर से की। उन्होंने 1978 में नाटक में काम शुरू किया और 'जुल्वा' (1987), 'वन रूम किचन' (1989) और 'आमच्या या घरात' (1991) जैसे नाटकों में भी काम किया। इसके बाद वह मराठी सिनेमा में नजर आए। उनकी प्रतिभा को हिंदी सिनेमा में पहचान तब मिली, जब अभिनेता मनोज बाजपेयी ने उनका नाम राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'शूल' (1999) के लिए सुझाया।
सयाजी साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी सफल रहे, जहां उनकी तमिल फिल्म 'भारती' (2000) सफल रही, जिसमें उन्होंने प्रसिद्ध तमिल कवि 'सुब्रमण्यम भारती' की भूमिका निभाई। इस किरदार ने उन्हें खूब सराहना दिलाई। इसके बाद वह बॉलीवुड में 'सरकार राज' (2008) और 'संजू' (2018) जैसी फिल्मों में नजर आए।
सयाजी ने अपने करियर में कई भूमिकाएं निभाईं, जिसमें खलनायक, सहायक भूमिका के साथ कॉमेडी रोल भी शामिल हैं।