क्या बीजेडी प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली एम्स में पुरी की नाबालिग पीड़िता से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- बीजेडी ने पीड़िता से मिलने का किया आश्वासन।
- मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ की कठोर कार्रवाई की बात कही।
- पीड़िता का उपचार दिल्ली एम्स में जारी है।
- यह घटना समाज में सुरक्षा के मुद्दों को उठाती है।
- पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई की।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के पुरी में कुछ आरोपियों ने एक नाबालिग पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। उसे बेहतर चिकित्सा के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया। इस बीच, बीजू जनता दल (बीजेडी) का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली एम्स में पीड़िता से मिला।
इस प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सांसद डॉ. सस्मित पात्रा, सांसद मानस रंजन मंगराज, सांसद सुलता देव और सांसद निरंजन बिशी शामिल थे, जिन्होंने सोमवार को दिल्ली एम्स का दौरा किया और गंभीर रूप से झुलसी पीड़िता से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल ने उपस्थित चिकित्सकों से पीड़िता की चिकित्सा स्थिति और चल रहे उपचार के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पीड़िता के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि एक दिन पहले रविवार को बीजद सांसद मुजीबुल्लाह खान ने भी दिल्ली एम्स में पीड़िता से मुलाकात की थी। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "बच्ची को एयरलिफ्ट करके दिल्ली एम्स लाया गया है। डॉक्टरों की टीम उसका उपचार कर रही है। हमें उम्मीद है कि बच्ची का यहाँ अच्छा इलाज होगा और वह जल्दी ठीक हो जाएगी।"
यह घटना शनिवार को पुरी के बालंगा थाना क्षेत्र में बयाबर गांव में हुई थी। लड़की अपनी सहेली को किताब लौटाने जा रही थी, तभी बाइक सवार तीन युवकों ने उसे रोका। पुलिस के अनुसार, बदमाशों ने उसे पास की भार्गवी नदी के किनारे ले जाकर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। स्थानीय लोगों ने आग बुझाई और लड़की को पिपली के सरकारी अस्पताल ले गए, जहाँ से उसे एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया। अंततः उसे दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह घटना ओडिशा में हाल ही में बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज में एक छात्रा के आत्मदाह की घटना के बाद दूसरी बड़ी वारदात है।