क्या शादी के करीब एक दशक बाद शोबिज में लौटना आसान था : गीता बसरा?

सारांश
Key Takeaways
- गीता बसरा का एक दशक बाद वापसी करना प्रेरणादायक है।
- फिल्म 'मेहर' में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
- समय के साथ महिलाओं के लिए उद्योग में अवसर बढ़ रहे हैं।
- पति हरभजन सिंह के साथ मैगजीन कवर पर आना गर्व की बात है।
- फिल्म इंडस्ट्री में बदलावों पर गीता का दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है।
मुंबई, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री गीता बसरा ने एक दशक के लंबे अंतराल के बाद, पंजाबी फिल्म ‘मेहर’ से शानदार वापसी की है। इस फिल्म का निर्देशन राकेश मेहता ने किया है, जो कि 5 सितंबर को रिलीज हुई थी।
गीता बसरा ने काफी समय बाद फिल्म इंडस्ट्री में अपनी वापसी के बारे में राष्ट्र प्रेस से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इस दौरान फिल्म इंडस्ट्री में आए परिवर्तनों पर भी अपनी राय रखी।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में गीता ने कहा, “सेट पर होना मेरा सपना है, और मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे एक और मौका मिला। यहां आकर मुझे अत्यधिक खुशी होती है। पंद्रह साल पहले, शादी के बाद महिलाओं के लिए वापसी करना कठिन था, लेकिन अब समय बदल गया है। पीढ़ी परिवर्तन हो चुका है, और अब यह कोई मायने नहीं रखता।”
गीता ने अपने पति और क्रिकेटर हरभजन सिंह के साथ एक मैगजीन के कवर पेज पर आने के अनुभव के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, “बड़ी हस्तियों के साथ जुड़ना वास्तव में गर्व की बात है। एंड्रिया जी और उनकी टीम ने अद्भुत कार्य किया है और यह हमारे लिए सम्मान की बात है। हमें उम्मीद है कि भविष्य में हम और भी साथ काम करेंगे।”
हरभजन सिंह को मैगजीन के कवर पेज पर दिखाने के निर्णय के बारे में बात करते हुए गीता ने कहा, “एंड्रिया, शिवेंद्र और टीम इस बारे में चर्चा कर रहे थे कि कवर पर किसे दिखाया जाए। शिवेंद्र ने हरभजन का नाम सुझाया और सभी को लगा कि यह सही निर्णय है। जल्दी ही हम दोनों से संपर्क किया गया और सब कुछ बहुत अच्छा हुआ। समय भी बिल्कुल उचित था, मेरी फिल्म अभी-अभी रिलीज हुई थी, मैंने प्रोडक्शन में कदम रखा और हम इस खूबसूरत शो का हिस्सा बने, जिसकी प्रशंसा की जा रही है।”
पंजाबी फिल्म ‘मेहर’ से बिजनेसमैन और शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने डेब्यू किया है। इस फिल्म से पहले गीता बसरा ने परिवार की देखभाल करने के लिए काम से ब्रेक लिया था। ‘मेहर’ से पहले 2016 में उनकी अंतिम फिल्म आई थी, जिसका नाम ‘लॉक’ था।