क्या प्यार को ज्यादा गंभीरता से लेने से यह ‘मुश्किल’ हो जाता है?: शब्बीर अहलूवालिया

सारांश
Key Takeaways
- प्यार को स्वाभाविक रूप से जीने दें।
- उम्मीदें कम रखें।
- प्यार को गंभीरता से न लें।
- अभिनय में अनुभव महत्वपूर्ण है।
- हर किरदार की अपनी विशेषताएँ होती हैं।
मुंबई, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता शब्बीर अहलूवालिया का रोमांटिक-कॉमेडी टीवी शो ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ दर्शकों के बीच बहुत चर्चित हो रहा है। शब्बीर ने कहा है कि प्यार तब ही चुनौतीपूर्ण लगता है, जब इसे अत्यधिक गंभीरता से लिया जाता है या उससे अत्यधिक अपेक्षाएँ रखी जाती हैं।
शब्बीर ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "अगर प्यार को ज़्यादा गंभीरता से लिया जाए, तो यह मुश्किल हो सकता है।" उन्होंने आगे बताया कि सीरियल ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ के संदर्भ में, "प्यार तभी पेचीदा होता है, जब आप इसे गंभीरता से लेते हैं या उससे अधिक उम्मीदें रखते हैं। प्यार तो स्वाभाविक रूप से खिलता है, और अगर इसे अपने ढंग से होने दिया जाए, तो यह बेहद खूबसूरत होता है।"
शब्बीर ने शो में अपने किरदार युग और उसकी ऑन-स्क्रीन प्रेमिका कैरी के प्यार पर भी चर्चा की। उन्होंने मजाक करते हुए कहा, "कैरी के लिए प्यार करना आसान है, लेकिन युग को प्यार करना? ओह, अगर मैं कैरी होता, तो शायद ऐसा नहीं करता!"
शब्बीर ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1999 में ‘हिप हिप हुर्रे’ से की थी। इसके बाद 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी', 'क्या हादसा क्या हकीकत', 'कहीं तो मिलेंगे', 'काव्यांजलि', 'कसम से', 'कसौटी जिंदगी की', 'लागी तुझसे लगन', और 'कयामत' जैसे कई सीरियलों में उनके किरदारों ने दर्शकों का दिल जीता है। उनके निभाए हुए किरदार आज भी लोगों के दिलों में खास स्थान रखते हैं।
जब शब्बीर से पूछा गया कि क्या शो ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ में उनका किरदार 'युग' भी पुराने किरदारों की तरह दर्शकों पर जादू चला पाएगा, इस पर उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है। युग एक ऐसा किरदार है जो आम नहीं है। वह जीवन के प्रति नकारात्मक नहीं है और न ही अधिक खुला है। पहली नजर में वह आकर्षक नहीं लगता, लेकिन यही उसकी विशेषता है। अगर मैं दर्शकों को युग से प्यार करने के लिए मना सकूं, तो यह मेरे लिए बड़ी बात होगी। यह मेरा अब तक का सबसे प्यारा और गहरा किरदार है।"